खुद का एयरपोर्ट, पानी की खास व्यवस्था... श्रीलंका में ऐसा था रावण का महल!
कहा जाता है कि आज श्रीलंका में जो सिगिरिया नाम की जगह है, कभी वहां रावण की लंका हुआ करती थी. लोगों का मानना है कि यहां कि एक बड़ी सी चट्टान पर रावण का महल था.
दशहरा के दिन रावण का दहन होता है. कहा जाता है कि रावण का दहन कर के लोग समाज की और अपने भीतर की बुराईयों का भी दहन करते हैं. खैर, आज हम रावण के उस पक्ष को नहीं बल्कि उसके वैभव के पक्ष के बारे में आपको बताएंगे. हम इसा आर्टिकल में आपको बताएंगे कि रावण कितनी विलासतापूर्ण जीवन जीता था और उसका महल कितना आलिशान था.
कहां थी रावण की लंका
कहा जाता है कि आज श्रीलंका में जो सिगिरिया नाम की जगह है, कभी वहां रावण की लंका हुआ करती थी. लोगों का मानना है कि यहां कि एक बड़ी सी चट्टान पर रावण का महल था, जहां वो सुरक्षित रूप से रहा करता था. रावण के बारे में कहा जाता है कि उसके पुष्पक विमान के लिए महल के पास ही एक खास एयरपोर्ट था, जहां से पुष्पक विमान उड़ता था.
पानी का सिस्टम और लिफ्ट की व्यवस्था
रावण के महल में उस समय के हिसाब से कहीं ज्यादा आधुनिक सुविधाएं थीं. कहा जाता है कि रावण के महल में ऊपर से नीचे जाने के लिए लिफ्ट की सुविधा थी, जबकि पानी की व्यवस्था के लिए यहां एक आधुनिक सिस्टम तैयार किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो श्रीलंका के सिगरिया रॉक चट्टान की चोट पर एक प्राचीन महल के अवशेष पाए गए हैं.
क्या रावण का शव अभी भी है
श्रीलंका की स्थानीय मीडिया की मानें तो यहां के रगैला के जंगलों में करीब 8 हजार फीट की ऊंचाई पर रावण का शव रखा गया है. लोग कहते हैं कि यहां रावण के शव को ममी के रूप में रखा गया है. हालांकि, वैज्ञानिक तौर पर इसका कोई सुबूत नहीं मिलता. लेकिन यहां के लोकल लोग इसे मानते हैं और यहां अक्सर धूमने और इसे देखने आते हैं. आपको बता दें, श्रीलंका जाने वाले लोगों के लिए रावण का ये महल बहुत बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है.
ये भी पढ़ें: जापान ने ऐसी कौन सी गन बनाई, जिससे दहशत में आ गए चीन और नॉर्थ कोरिया जैसे देश