Oxygen Level in Atmosphere: सभी जीव सांस लेते हैं. हमें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है. पृथ्वी के चारों ओर लगभग 300 किलोमीटर तक का एरिया वायुमंडल कहलाता है, जिसमें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और कार्बन डाइऑक्साइड सहित बहुत सी अन्य गैसे मौजूद हैं. विज्ञान के जानकर लोग बताते हैं कि अगर धरती पर से 5 सेकंड के लिए भी ऑक्सीजन गायब हो जाए तो धरती पर सब कुछ पूरी तरह से तबाह हो जायेगा. बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स पलक झपकते ही राख का ढेर बन जाएंगी, क्योंकि ऑक्सीजन के न होने पर उनमें लगी कंक्रीट का Binding Nature खत्म हो जाएगा. 


ऐसे में एक सवाल यह उठता है कि जब ऑक्सीजन इतनी ही आवश्यक है तो क्या इसकी मात्रा डबल होने से कोई असर पड़ेगा? जवाब है हां, बल्कि ऑक्सीजन के डबल होने से पड़ने वाले असर जानकर आप हैरान हो उठेंगे. आइए जानते हैं अगर पृथ्वी ऑक्सीजन डबल हो जाए तो क्या होगा...


वायुमंडल में कितनी है ऑक्सीजन?
साइंस पर लिखने वाली एक इंटरनेशनल वेबसाइट insh.world के अनुसार, हमारे वातावरण में लगभग 20.3% ऑक्सीजन मौजूद है, जबकि नाइट्रोजन की मात्रा लगभग 78% है. एक व्यक्ति एक दिन में तकरीबन 23000 बार सांस लेता है. ऑक्सीजन सांस के साथ शरीर में जाकर हमारे दिमाग और सेल्स को स्वस्थ रखने का काम करती है यानी एनर्जी प्रदान करती है. शरीर को 90 प्रतिशत एनर्जी ऑक्सीजन से और बाकी एनर्जी खाने और पानी से मिलती है.


ऑक्सीजन दोगुनी हुई तो क्या होगा?
विज्ञान के अनुसार, लगभग 30 करोड़ साल पहले जब धरती पर करीब 30 प्रतिशत ऑक्सीजन थी तब कीड़े-मकौड़ों का साइज काफी बड़ा हुआ करता था. ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से जितने भी छोटे-मोटे कीड़े मकोड़े, कोकरोच आदि हैं उनका आकार बड़ा हो जाएगा. जैसा कि आपने हॉलीवुड मूवी में बड़े आकार के कीड़े मकौड़े देखें होंगे. ऐसा होने पर छोटे-छोटे मच्छरों का आकार छिपकली जितना, चूहें का आकर खरगोश जितना, खरगोश का आकार कुत्ते जितना और यहां तक कि एक चीटीं का आकार एक कबूतर के बराबर भी हो सकता है. 


स्वास्थ्य को हो सकता है नुकसान
हालांकि, ऑक्सीजन बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो जाएगा और कोई भी व्यक्ति ज्यादा एनर्जी महसूस करेगा और बीमारियां कम हो जाएंगी. लेकिन यह बहुत कम समय के लिए होगा, क्योंकि इसके साथ कुछ लॉन्ग टर्म बीमारियां भी इसके जो जीवन पर प्रभाव डाल सकती हैं. शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ने से ऑक्सीजन टॉक्सिटी का खतरा भी बढ़ जाएगा.


एवरेस्ट पर बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के ही चढ़ जायेंगे
वातारण में ऑक्सीजन बढ़ने से आग की घटनाएं बढ़ जाएंगी और जल्दी-जल्दी आग लगने के मामले सामने आने लगेंगे. माउंट एवरेस्ट की चोटी पर जाने के लिए आपको ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत नहीं पड़ेगी. इतनी ऊंची चोटी पर पहुंचकर भी आप आसानी से ऑक्सीजन ले पाएंगे. कुल मिलाकर जैसा चल रहा है, वही सबसे बेहतर है. ऑक्सीजन की मात्रा कम या ज्यादा होने की स्थिति के परिणाम अलग ही होंगे.


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