Amasia: पृथ्वी की पर्पटी पर टेक्टोनिक प्लेट की गतिविधियां (Tectonic Plates movements) महाद्वीपों के निर्माण और उनके रूप में बदलाव की प्रक्रियाओं में निरंतरता बनाए हुए हैं. पैमानों के अनुसार ये प्रक्रियाएं बहुत धीमी गति से हो रही हैं. लेकिन उनकी निरंतरता को देख कर आने वाले समय में इनसे होने वाले बदलाव का अनुमान लगाना आसान होता है. इसी आधार पर नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि पृथ्वी का अगला अतिमहाद्वीप 20 से 30 करोड़ साल के बीच बनेगा और उसका नाम एमेशिया (Amasia Supercontinent) भी तय हो चुका है.
ऐसे बनेगा एमेशिया
न्यूकर्टिन यूनिवर्सिटी के शोध मे पाया गया है कि प्रशांत महासागर के सिकुड़कर बंद होने से अमेरिकी और एशिया महाद्वीप एक हो जायेंगे जिससे एक अतिमहाद्वीप का निर्माण होगा. जिसका नाम अमेशिया भी रख दिया गया है. इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने एक सुपरकम्प्यूटर की मदद ली है.
सिम्यूलेशन ने किया खुलासा
वैज्ञानिकों ने इस सुपरकम्प्यूटर की मदद से यह दिखाया है कि अतिमहाद्वीप कैसे बनते हैं. उन्होंने इसका सिम्यूलेशन तैयार किया और पाया कि चूंकि पृथ्वी अरबों सालों से ठंडी हो रही है और महासागरों के नीचे की प्लेटों की ताकत व मोटाई समय के साथ कम होती जा रही है, इससे अगले अतिमहाद्वीप को पास आकर जुड़ने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चूंकि हिंद और अटलांटिक महासागर युवा महासागर हैं इसीलिए महाद्वीपों को इन महासागरों को खत्म कर आपस में जुड़ने में दिक्कत आ रही है. इसीलिए यह कार्य प्रशांत महासागर के जरिए होगा जो दोनों महासागरों की तुलना में ज्यादा पुराना है.
अतिमहाद्वीप बनने का चक्र
डॉ हुआंग बताते हैं कि पिछले 2 अरब सालों में महाद्वीप आपस में टकराकर हर 60 करोड़ साल में एक अतिमहाद्वीप का निर्माण करते हैं. यह प्रक्रिया अतिमहाद्वीप चक्र कहलाती है. मतलब यह कि वर्तमान महाद्वीप लगभग 20 करोड़ साल बाद आपस में मिल कर अतिमहाद्वीप का निर्माण करेंगे.
सिमट रहा प्रशांत महासागर
वैज्ञानिकों ने सुपरकम्प्यूटर की मदद से पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट की गतिविधियों का सिम्यूलेशन कर यह दिखाया है कि प्रशांत महासागर 30 करोड़ साल के समय से पहले ही खत्म हो कर बंद हो जाएगा जिससे अमेशिया अतिमहाद्वीप के निर्माण का रास्ता साफ हो सकेगा. दरअसल प्रशांत महासागर पृथ्वी के सबसे पुराने पैन्थातासा अतिमहासागर का बचा हुआ हिस्सा है जो 70 करोड़ साल पहले बनना शुरू हुआ था और डायनासोर के समय में सबसे विशाल हो गया था. लेकिन अब वह सिकुड़ रहा है.
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