Padma Awards 2025: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है. सरकार हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में असाधारण सेवा करने वाली हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करती है. इस बार भी गणतंत्र दिवस के मौके पर पुरस्कारों का ऐलान किया गया. कुल 139 लोगों के नामों का ऐलान पद्म पुरस्कारों के लिए किया गया. इसमें 7 लोगों को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 हस्तियों को पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. 


देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक पद्म पुरस्कारों का ऐलान हर बार गणतंत्र दिवस के मौके पर ही होता है. जबकि, ये पुरस्कार मार्च-अप्रैल के महीने में राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किए जाते हैं. इसमें राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित सर्टिफिकेट व पदक देकर सम्मानित किया जाता है. अब सवाल यह है कि क्या आप जानते हैं कि देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान को कौन बनता है और सरकार इन पुरस्कारों को बनाने का ऑर्डर किस कंपनी को देती है? ये किससे बने होते हैं? चलिए जानते हैं... 


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ये है तीनों में अंतर


साल 1954 में पद्म पुरस्कारों की शुरुआत हुई थी. उस समय सिर्फ पद्म विभूषण दिया जाता था, जो तीन श्रेणियों प्रथम वर्ग, द्वितीय वर्ग और तृतीय वर्ग में मिलता था. हालांकि, एक साल बाद यानी 1955 में इसका नाम पद्म विभूषण के साथ पद्म भूषण व पद्म श्री कर दिया गया. भारत रत्न के बाद पद्म विभूषण देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. इसके बाद पद्म भूषण व पद्मश्री आता है. 


इस तरह बनते हैं ये अवॉर्ड


पद्म पुरस्कारों में पद्म विभूषण कांस्य का बना होता है. इसके दोनों तरफ के उभार प्लैटिनम के होते हैं. पद्म भूषण भी कांस्य का होता है, लेकिन इसके उभार सोने के होते हैं. जबकि, पद्मश्री में कांस्य पर उभार स्टेनलेस स्टील से बने होते हैं. ये तीनों अवॉर्ड कोलकाता टकसाल में बनाए जाते हैं, जिसकी स्थापना 1757 में की गई थी. यहां 1,2,5 और 10 रुपये के सिक्के भी तैयार किए जाते हैं. कोलकाता टकसाल ही भारत रत्न जैसे पुरस्कार को भी बनाती है. 


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