Pakistan Air Quality Index: नवंबर में जब दिवाली के समय भारत में ठंड की दस्तक होती है. तो पॉल्यूशन का लेवल भी बढ़ जाता है. इन्हीं महीनों में पिछले कुछ सालों में पराली भी जलाई जाती रही है. और दिवाली पर पटाखे भी, इस वजह से भी एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ जाता है. भारत में फिलहाल AQI का स्तर उतना नहीं बढ़ा है. लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान में हालात बेहद खराब हो चुके हैं.


दिल्ली में जहां फिलहाल एयर क्वालिटी इंडेक्स 350 के करीब है. वहीं पाकिस्तान की बात की जाए तो यह 2000 को क्रॉस कर चुका है. जो कि काफी भयावह है. आलम यह है कि पाकिस्तान सरकार को एयर पोल्यूशन के चलते सात शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है. चलिए आपको बताते हैं कितना खतरनाक है इस वक्त पाकिस्तान में सांस लेना. 


मुल्तान में AQI 2000 के पार


पाकिस्तान की हवाओं में इन दिनों जहर घुल चुका है. पाकिस्तान की हवा की गुणवत्ता का स्तर इस समय सबसे बुरे लेवल पर पहुंच चुका है. पाकिस्तान के मुल्तान शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 2135 दर्ज किया गया है. जो कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO के मानकों के हिसाब से 189 गुना ज्यादा है. बता दें और क्वालिटी इंडेक्स अगर 300 से ऊपर होता है तो उसे खतरनाक माना जाता है.


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तो 2000 के ऊपर का एयर क्वालिटी इंडेक्स कितना खतरनाक होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. मुल्तान के अलावा लाहौर का एक AQO काफी खराब है. लाहौर में AQI 676 तक के स्तर तक पहुंच गया है. गुरुवार को AQI लेवल 784 पर पहुंच गया था. जिस वजह से लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था.


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सात शहरों में लगाया गया लाॅकडाउन


पाकिस्तान में वायु प्रदूषण की वजह से लोगों का सांस लेना भी दूभर हो चुका है.  इसी वजह से पंजाब प्रांत की सरकार ने सात शहरों में लॉकडाउन लगा दिया है. शहरों के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पताल बंद कर दिए गए हैं. पंजाब प्रांत की सरकार ने भारी स्मोग की वजह से 8 नवंबर से लेकर 17 नवंबर तक एम्यूजमेंट पार्क, स्कूल, म्यूजियम सभी बंद कर दिए हैं, सरकार का यह फैसला लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद ,शेखुपुरा, कसूर, ननकाना साहिब गुजरांवाला और जिन जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ा हुआ है वहां लागू किया गया है. 


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