पाकिस्तान में आम चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब वहां मतगणना जारी है. मौजूदा समय में इस चुनाव में वहां मोटे तौर पर इमरान समर्थक उम्मीदवार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग से नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बीच मुकाबला है. अमूमन चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी भी होते हैं लेकिन उन्हें चुनावों के बाद किसी पार्टी में शामिल होना होता है. 


भारत की तरह पाकिस्तान में भी जो पार्टी विजयी होती है उसी पार्टी का नेता प्रधानमंत्री बनता है, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत की तरह पाकिस्तान में किसी भी धर्म का व्यक्ति प्रधानमंत्री नहीं बन सकता, बल्कि वहां मुस्लिम धर्म से आने वाले व्यक्ति को ही प्रधानमंत्री बननेे का अधिकार है. इस स्थिति में वहां गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक होते हैं. तो चलिए जानते हैं कि पाकिस्तान में गैर मुस्लिमों के लिए कितनी सीटें रिजर्व हैं.


पाकिस्तान में गैर मुस्लिमों के लिए हैं कितनी सीटें
पाकिस्तान नेशनल असेंबली में मौजूदा समय मेें कुल 336 सीटेैं हैं. जिनमें से 266 सीटों पर चुनाव सीधे जनता के वोटोंं के जरिए होता है. वहीं नेशनल असेंबली की 70 सीटें रिजर्व होती हैं. जिनमें से 60 सीटें महिलाओं के लिए तो 10 सीटें गैर मुस्लिमों के लिए रिजर्व रहती हैं. ऐसे में यहां नेशनल रिजर्व सीटों का अलाटमेंट नेशनल असेंबली के लिए जीतकर आईं पार्टियों की क्षमता के हिसाब से उसी अनुपात में होता है.


नेशनल असेंबली में कैसे मिलता है बहुमत
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली में किसी पार्टी को बहुमत पाने के लिए 169 सदस्यों की जरूरत होती है. फिलहाल पाकिस्तान में 12वा चुनाव चल रहा है. पाकिस्तान की सत्ता पर सेेना का ज्यादा वर्चस्व है. ऐसे में वहां चुनाव से लेकर सरकार के कामकाज तक को सेना प्रभावित करती है. पाकिस्तान में सेना ने तीन दशक सेे अधिक समय तक देश पर राज किया है.                                                             


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