पाकिस्तान में कितने रुपये यूनिट बिजली मिलती है? भारत से अलग तरीके से तय होता है एक यूनिट का पैसा
पाकिस्तान में भी काफी महंगाई है. क्या आप जानते हैं पाकिस्तान में बिजली के रेट क्या हैं और भारत के मुकाबले वहां रेट कितने ज्यादा हैं?
पाकिस्तान और भारत एक साथ आजाद हुए और आज भारत-पाकिस्तान में काफी कुछ अलग-अलग है. कई मायनों में भारत ने काफी तरक्की कर ली है और पाकिस्तान अभी काफी पीछे है. वहीं, लोगों को मिलने वाली सुविधाओं में भारत काफी आगे है. हमने कई मायनों से आपको बताया है कि किन-किन मुद्दों में भारत और पाकिस्तान काफी अलग हैं और वहां की व्यवस्था भारत से कितनी अलग है. ऐसे में आज हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान की बिजली के बारे में. आज जानने की कोशिश करेंगे कि भारत और पाकिस्तान में कहां बिजली ज्यादा मंहगी है और पाकिस्तान में लोग किस रेट में बिजली खरीद रहे हैं.
पाकिस्तान में किस रेट में मिल रही है बिजली?
पाकिस्तान में बिजली की रेट के बारे में बताने से पहले आपको बताते हैं कि पाकिस्तान में किस तरह से बिजली के रेट तय होती हैं. अगर इस्लामाबाद के आधार पर बात करें तो पाकिस्तान में दो तरह से बिजली का बिल वसूला जाता है. पाकिस्तान में दो कैटेगरी हैं, जिसमें प्रोटेक्टेड और अन प्रोटेक्टेड कैटेगरी शामिल है. जो प्रोटेक्टेड कैटेगरी है, वो 200 यूनिट के इस्तेमाल तक ही शामिल है. इस कैटेगरी के लोग 200 यूनिट तक ही बिजली की इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें कुछ खास लोगों को शामिल किया जाता है.
वहीं, जो उपभोक्ता करीब 100 यूनिट तक की बिजली इस्तेमाल करते हैं, उन्हें लाइफ लाइन सेक्शन में गिना जाता है. ऐसे में इन उपभोक्ताओं के लिए बिजली किराया काफी कम है. वहीं, अनप्रोटेक्टेड में किराया ज्यादा होता है और इसमें जैसे जैसे यूनिट बढ़ते हैं, बिजली का किराया भी बढ़ जाता है.
किस तरह तय होता है किराया?
पाकिस्तान में अलग अलग स्लैब बंटे हुए हैं और उन स्लैब के आधार पर पाकिस्तान में बिजली का बिल तय होता है. जैसे एक स्लैब 0-50 यूनिट है, इसके बाद 1-100, 101-200, 201-300, 301-400, 401-500 स्लैब आते हैं. जैसे जैसे उपभोक्ता अलग अलग स्लैब में शामिल होते हैं, वैसे ही उनका प्रति यूनिट खर्चा भी बढ़ जाता है.
क्या है किराया?
पाकिस्तान भी अभी महंगाई की मार से जूझ रहा है. पाकिस्तान में जुलाई में ही बिजली की रेट में काफी बदलाव हुआ था. इस दौरान रेट 7 रुपये तक बढ़ गए थे. पाकिस्तान में जो रेट बढ़ी है, वो प्रोटेक्टेड उपभोक्ताओं के लिए नहीं है. ऐसे में करीब 20 रुपये यूनिट के हिसाब से उपभोक्ताओं को बिजली मिलने लगी है. इसी साल जियो न्यूज की एक रिपोर्ट में अंदाजा लगाया गया था कि साल के आखिरी तक बिजली के रेट 24 रुपये प्रति यूनिट तक हो सकते हैं. जुलाई में भी कीमत बढ़नी थी और उसमें भी इजाफा हो चुका है. वहीं, कुछ यूजर्स को तो 31 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल देना होता है.
Protected
Up to 50 यूनिट (Life Line)- 3.95
01-100 यूनिट (Life Line)- 7.74
101-200 यूनिट- 10.06
Un-Protected
1-100 यूनिट- 13.48
101-200 यूनिट- 18.58
201-300 यूनिट- 21.47
301-400 यूनिट- 24.63
401-500 यूनिट- 26.09
501-600 यूनिट- 27.01
601-700 यूनिट- 27.65
700 यूनिट से ज्यादा- 31.12
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