शराब, गांजा या किसी ड्रग्स का नहीं...इस मरे हुए जीव से नशा करते हैं पाकिस्तानी लोग
बिच्छू से निकलने वाले धुएं को सूंघ कर नशेड़ी नशा करते हैं. इस नशे के लिए खासतौर से बिच्छू की पूंछ की डिमांड सबसे ज्यादा होती है. दरअसल, इसमें जहर ज्यादा होता है.
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आपने अक्सर लोगों को नशा करने के लिए शराब, गांजा, भांग या किसी अन्य तरह के ड्रग्स का सहारा लेते देखा होगा. लेकिन पाकिस्तान में ऐसा नहीं है. वहां शराब पर पाबंदी है, ऐसे में लोग नशा करने के लिए तरह-तरह के तरीके खोज रहे हैं. इन्हीं में से एक है बिच्छू नशा. खैबर पख्तूनख्वा के कई इलाकों में ये नशा तेजी से फैल रहा है. चलिए जानते हैं कि आखिर ये नशा है क्या और इसे पाकिस्तानी लोग कैसे कर रहे हैं.
मरे हुए बिच्छू से नशा
पाकिस्तानी अखबार द डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा के कुछ इलाकों में पाकिस्तानी लोगों ने नशा करने का एक नया तरीका खोज निकाला है. यहां के लोग एक खास तरह के मरे हुए बिच्छू को सुलगा कर उससे धूम्रपान कर रहे हैं. नशा करने के लिए सबसे पहले मरे हुए बिच्छू को सुखाया जाता है या उसे कोयले पर जलाया जाता है.
इसके बाद बिच्छू से निकलने वाले धुएं को सूंघ कर नशेड़ी नशा करते हैं. इस नशे के लिए खासतौर से बिच्छू की पूंछ की डिमांड सबसे ज्यादा होती है. दरअसल, इसमें जहर होता है, यही वजह है कि इसका नशा भी ज्यादा होता है.
इससे बीमारी भी होती है
एक्सपर्ट की मानें तो ये नशा कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. अगर ऐसा नशा ज्यादा किया जाए तो याददाश्त संबंधी समस्या हो सकती है. इसके अलावा नींद ना आने, भूख ना लगने और भ्रम जैसी स्थिति में हमेशा रहने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा अगर ये नशा ज्यादा किया गया और तो नशा करने वाला व्यक्ति लंग्स से संबंधित कई गंभीर समस्याओं से घिर सकता है. इसके अलावा ये नशा पाकिस्तान में बिच्छूओं के लिए भी खतरा बनता जा रहा है. दरअसल, इस नशे की वजह से पाकिस्तान में बिच्छुओं का शिकार बढ़ गया है. जीव प्रेमी बताते हैं कि अगर इस पर समय रहते लगाम नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में खैबर पख्तूनख्वा के इलाके से बिच्छू विलुप्त हो जाएंगे.
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