ट्रांसजेंडर भी ले सकते हैं ओलंपिक खेलों में हिस्सा? ये रहा जवाब
ओलंपिक 2024 का आयोजन फ्रांस के शहर पेरिस में हो रहा है. क्या आप जानते हैं कि ओलंपिक में ट्रांसजेंडर खिलाड़ी कैसे भाग ले सकते हैं और उनके लिए क्या नियम होते हैं.
पेरिस ओलंपिक खेल 2024 में दुनियाभर के 10,500 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया है. वहीं भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने इतिहास रचते हुए ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीता है. क्या आप जानते हैं कि इस बार पेरिस ओलंपिक 2024 में कितने ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया है और उनके लिए खेल में क्या नियम होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि पेरिस ओलंपिक 2024 में खिलाड़ियों के लिए क्या नियम होते हैं.
ट्रांसजेंडर खिलाड़ी
इस बार ओलंपिक खेलों का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ है. दुनियाभर के अलग-अलग देशों के खिलाड़ियों ने इस बार ओलंपिक में हिस्सा लिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओलंपिक में ट्रांसजेंडर खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं या नहीं? आज हम आपको बताएंगे कि ओलंपिक में ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों के लिए क्या नियम हैं.
बता दें कि ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. लेकिन जानकारी के मुताबिक सभी खेलों में वो हिस्सा नहीं ले सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने बीते जनवरी में ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की भागीदारी को लेकर नियम बदला था. जानकारी के मुताबिक कम से कम दस ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की भागीदारी प्रतिबंधित है. इनमें एथलेटिक्स, साइकिलिंग, तैराकी, रग्बी, रोइंग और मुक्केबाजी शामिल है.
किस ट्रांसजेंडर ने जीता खिताब
ओलंपिक खेलों में अब धीरे-धीरे ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों की संख्या बढ़ रही है. बता दें कि 2022 ओलंपिक में अमेरिकी तैराक लिया थॉमस ने नेशनल कॉलेजिएट एथलेटिक्स एसोसिएशन (एनसीएए) का खिताब जीतने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनी थी.
क्या ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों के होते हैं डोपिंग टेस्ट
अब सवाल ये है कि क्या ओलंपिक में भाग लेने वाले ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को भी डोपिंग टेस्ट से होकर गुजरना पड़ता है. इसका जवाब है हां, बता दें कि ओलंपिक में भाग लेने वाले पुरुष,महिला और ट्रांसजेंडर समेत हर तरह के खिलाड़ियों को डोपिंग टेस्ट से होकर गुजरना पड़ता है. क्योंकि किसी भी खेल में ताकत बढ़ाने वाली दवाओं के इस्तेमाल को पकड़ने के लिए डोप टेस्ट किया जाता है. इतना ही नहीं किसी भी खिलाड़ी का किसी भी वक्त डोप टेस्ट लिया जा सकता है. यह नाडा या वाडा या फिर दोनों की ओर से किया जा सकता है. इसके लिए हर वर्ग के खिलाड़ियों के मूत्र के सैंपल लिए जाते हैं.
कौन करता है टेस्ट
बता दें कि डोप टेस्ट NADA यानी नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी या फिर WADA वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी की तरफ से किया जाता है. इसमें खिलाड़ियों के यूरिन को वाडा या नाडा की खास लैब में टेस्ट किया जाता है. नाडा की लैब दिल्ली में और वाडा की लैब्स दुनिया में कई जगहों पर हैं.
ये भी पढ़ें: Paris Olympics 2024: गोल्ड, सिल्वर या ब्रॉन्ज...कौन सा मेडल होता है सबसे भारी?