पाकिस्तान में बनती है ये 'पत्थर की रोटी', खूब चाव से खाते हैं लोग
दुनियाभर में अलग-अलग तरह का खाना बनाया जाता है, लेकिन क्या आप पाकिस्तान में बनने वाली पत्थर की रोटी के बारे में जानते हैं?
![पाकिस्तान में बनती है ये 'पत्थर की रोटी', खूब चाव से खाते हैं लोग Patthar ki Roti from Pakistan balochistan is made with stone and know as stone bread पाकिस्तान में बनती है ये 'पत्थर की रोटी', खूब चाव से खाते हैं लोग](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/09/26/cc9ddcb150d1c1a072d6662ee69c91b61727337596354742_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक ऐसी रोटी बनाई जाती है जिसका नाम सुनकर ही लोग हैरान रह जाते हैं. दरअसल इसका नाम है 'पत्थर की रोटी’. जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा. यह रोटी पत्थर पर पकाई जाती है और इसका स्वाद बेहद अनोखा होता है. ऐसे में चलिए इस अनोखी रोटी के बारे में जानते हैं और ये बनाता कौन है ये भी जानेंगे.
कैसे बनती है पत्थर की रोटी?
पत्थर की रोटी, जिसे स्थानीय भाषा में 'سنگ روٹی' कहा जाता है, एक खास तरह की रोटी है जो पाकिस्तान के अलग-अलग क्षेत्रों में बनाई जाती है. इसे बनाने की विधि भई बेहद दिलचस्प है. दरअसल इस रोटी को पत्थर पर बनाया जाता है, जो इसकी खासियत है. इसे बनाने के लिए एक ठोस पत्थर की सतह का उपयोग किया जाता है.
दरअसल पत्थर की रोटी बनाने के लिए गेहूं का आटा, पानी और थोड़ा सा नमक मिलाकर एक सख्त आटा गूंथा जाता है. इस आटे को छोटी-छोटी लोइयों में बांटकर चकले पर बेल लिया जाता है. फिर इन लोइयों को गर्म पत्थर पर रखकर पकाया जाता है. पत्थर की गर्मी से रोटी पक जाती है और इसका स्वाद बेहद क्रिस्पी हो जाता है. यह रोटी आमतौर पर मोटी होती है और इसमें एक अलग ही स्वाद होता है. यह खाने में कुरकुरी होती है और इसे कई तरह की चटनियों या सब्जियों के साथ परोसा जाता है.
क्यों खाई जाती है पत्थर की रोटी?
बलूचिस्तान में अधिकतर लोग खानाबदोश जीवन जीते हैं. ऐसे में उनके पास रसोई बनाने की सुविधा नहीं होती है. इसलिए वो पत्थर पर रोटी बनाकर खाते हैं. वहीं इस तरह की रोटी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होता है. साथ ही पत्थर की रोटी का स्वाद बहुत ही अनोखा और स्वादिष्ट होता है. इसे दही, चटनी या सब्जी के साथ खाया जाता है.
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क्या है पत्थर की रोटी का इतिहास?
पत्थर की रोटी बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है. माना जाता है कि बलूचिस्तान के लोग सदियों से इस रोटी को बनाकर खा रहे हैं. यह रोटी उनकी संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा बन चुकी है. सोशल मीडिया पर अक्सर इस तरह की रोटी के वीडियो दिखाए जाते हैं.
क्या हैं पत्थर की रोटी के फायदे?
पत्थर की रोटी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होता है. साथ ही पत्थर की रोटी में तेल या घी का इस्तेमाल नहीं होता है, इसलिए यह एक स्वस्थ विकल्प है. पत्थर की रोटी बनाने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए यह पर्यावरण के अनुकूल है. बता दें कि पत्थर की रोटी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत का एक लोकप्रिय व्यंजन है.
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