24 घंटे में सिर्फ 4 सेकंड की नींद लेने के चलते मशहूर है यह जानवर, वैज्ञानिक भी हुए हैरान
Power Nap: एक इंसान को हेल्दी रहने के लिए 6-8 घंटे की नींद जरूरी होती है. इसी के आस-पास जानवर में भी होता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक जानवर मात्र 4 सेकेंड की नींद लेता है.
Power Nap: इंसान हो या जानवर, थकान सबको होती है. खासकर तब जब उनके पास छोटे बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी होती है. एक नवजात शिशु की देखभाल में पैरेंट्स की नींद पूरी नहीं हो पाती, लेकिन एक प्रजाति ने इस समस्या का हल निकाल लिया है. इस प्रजाति के पेंगुइन अपने अंडों की देखभाल भी करते हैं और इंसानों से अधिक नींद भी ले लेते हैं. अंटार्कटिका में शोधकर्ताओं ने पहली बार पेंगुइनों के सोने के तरीकों पर रिसर्च की है, और इसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. रिसर्च बताती है कि इनके सोने का तरीका यह समझाता है कि कैसे वे अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए नींद भी पूरी कर सकते हैं.
4 सेकंड की नींद?
पेंगुइन की माइक्रो स्लीप, यानी झपकी, लगभग 4 सेकंड की होती है और इसे वे कई बार दिनभर में करते हैं. शोधकर्ताओं ने अंटार्कटिका में चाइनास्ट्रैप पेंगुइन्स की दिमागी तरंगों को मापा, जिससे पता चला कि ये पेंगुइन अपने दिनचर्या में 11 घंटे की नींद लेते हैं, जिसमें समय-समय पर 4 सेकंड की झपकियां होती हैं. यह रिसर्च दिखाती है कि पेंगुइन्स कैसे इतने कम समय में अपनी झपकी पूरी करते हैं, जबकि वे अपने बच्चों की देखभाल में ध्यान रखते हैं. अन्य जानवरों की तुलना में पेंगुइन्स की झपकी की समय और दर अलग होती है, जो कि इसे और अधिक विशेष बनाती है.
ये है कारण
इस सवाल का जवाब ढूंढने से पहले, हमें जानना जरूरी है कि चाइनास्ट्रैप पेंगुइन को छोटी-छोटी झपकियां क्यों लेनी पड़ती हैं? इन पेंगुइन्स का रहने का माहौल तनावपूर्ण होता है, वे भीड़-भाड़ वाली कॉलोनियों में रहते हैं और इन्हें अपने चूजों की सुरक्षा का खास ध्यान रखना पड़ता है. ये पेंगुइन्स अपने अंडों और चूजों को दूसरे पक्षियों से बचाने के लिए सावधान रहते हैं. कुछ बड़े पक्षियों की नजर इन पेंगुइन्स के अंडों और चूजों पर रहती है, और बड़े पेंगुइन्स को अपने घोंसलों को खराब करने वाले पेंगुइन्स से भी सावधान रहना पड़ता है. इसलिए इन पेंगुइन्स को रात-दिन अपने घोंसलों और चूजों की सुरक्षा के लिए चौपाल रहना होता है.
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