आपने फ़िल्मों में ऐसे कई सीन देखे होंगे जब लोग अपने अंदर की खीझ निकालने के लिए ज़ोर से चिल्लाते हैं. वो एक कारगर तरीक़ा भी होता है इंसान के अंदर मौजूद ग़ुस्से को ख़त्म करने का. निजी जीवन में भी आपने कई ऐसी चीजें देखी होंगी. आज हम अपनी स्टोरी में कुछ इसी तरह की लाउड क्विटिंग पर बात करने वाले हैं. जहां लोग नौकरी छोड़ते समय कुछ अलग ही तरीक़ा अपना रहे हैं.
क्या होता है लाउड क्विटिंग?
जब देश में कोविड-19 आया उस समय लोग संक्रमण से फैलने वाले वायरस के साथ कई नई चीजें देख रहे थे. उस समय एक और नई चीज सामने आई थी, जिसे वर्क फ़्रॉम होम के नाम से जाना गया. लोगों को ये पसंद आने लगा. हालांकि अब ज़्यादा से ज़्यादा जगहों पर ऑफिस आकर काम करने पर ज़ोर दिया जा रहा है. इसके बाद अब एक नई तरह की चीज और सामने आ रही है, जिसे लोग लाउड क्विटिंग नाम से जान रहे हैं. दरअसल लाउड क्लिटिंग क्विक के ठीक उलट एक शब्द है.
क्विट में जिस तरह शांति से लोग नौकरी छोड़ते हैं लाउड क्विटिंग में इसके ठीक उलट लोग चीखकर अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं. यानी रिजाइन बाद में पहले नौकरी छोड़ने का ऐलान. वहीं कई लोग तो सोशल मीडिया पर नौकरी छोड़ने का ऐलान कर दे रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, हर 5 में से एक व्यक्ति लाउड क्विटिंग का तरीक़ा अपना रहा है.
ये दुष्प्रभाव भी
वैसे तो लोग अपने ग़ुस्से को ज़ाहिर करने के लिए लाउड क्विटिंग का तरीक़ा अपना लेते हैं. इससे उनका ग़ुस्सा भी ज़ाहिर हो जाता है और मन में भरी चीजें भी निकल जाती हैं. इस दौरान वो कई बार अपने बॉस और कंपनी को लेकर कई चीजें बोल देते हैं, जिसकी परेशानियां बाद में बॉस और कंपनी को झेलनी पड़ती हैं. कई बार तो लोग कंपनी के बॉस की फ़ैमिली तक को ट्रोल कर देते हैं.
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