गाली देने के बाद रिलैक्स महसूस करता है इंसान, क्यों होता है ऐसा?
हमारी जिंदगी काफी फास्ट हो गई है. घर से दफ्तर और फिर घर की भागमभाग में इंसान चिड़चिड़ा होता जा रहा है. यह फ्रस्ट्रेशन गाली के रूप में बाहर आती है. हालांकि, साइंस में गाली देना इतनी भी बुरी बात नहीं.
अगर हम आपसे कहें कि गाली देना इतनी बुरी बात भी नहीं तो आप उल्टा हमें ही गाली देने लग जाएंगे. लेकिन, यकीन मानिए सिर्फ हम इस बात को नहीं कह रहे, बल्कि गाली देने वालों पर किए गए तरह-तरह की शोध भी यही कहते हैं.
आम तौर पर गालियां देना जहालत की निशानी मानी जाती है. सभ्य समाज में गाली देने वाले इंसान को जाहिल, गंवार और असभ्य कहा जाता है. हालांकि, कई शोध में सामने आया है कि ऐसे इंसान गाली न देने वालों के मुकाबले ज्यादा खुश और तनाव से मुक्त रहते हैं. यहां तक कि परेशानियों से उसकी लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है. यही कारण है कि कई देशों में जिम या योगा क्लासेस के दौरान लोगों से मन की भड़ास निकालने के लिए कहा जाता है. ऐसे जिम में लोग कसरत के साथ-साथ गाली भी देते हैं.
बढ़ती जा रही फ्रस्ट्रेशन
हमारी जिंदगी काफी फास्ट हो गई है. सुबह उठते ही पहला ख्याल ऑफिस का आता है. तैयार होकर ऑफिस पहुंचे तो वहां टारगेट पर टारगेट. ऑफिस से घर लौटने लगे तो ट्रैफिक जाम और घर पहुंचने पर अलग टेंशन. ये सभी बातें स्ट्रेस को जन्म देती हैं. दरअसल, इस भागमभाग में इंसान को खुद के लिए वक्त ही नहीं मिलता. नतीजतन इंसान स्वभाव से व्यक्ति चिड़चिड़ा होता जाता है, जिसके बाद वह गालियां देना शुरू करता है. भले ही यह सामने वाले को गलत लगे, लेकिन गालियां देना भी मन की भड़ास निकालने का एक तरीका है.
सेहत से है गालियों का संबंध
किसी को गाली देना या गलत तरीके से उस पर भड़ास निकाल देना अच्छी बात नहीं. हालांकि, कई बार आपने देखा होगा कि कुछ लोग बात-बात पर गाली दे देते हैं. दरअसल, इस बहाने वे अपनी फ्रस्ट्रेशन को दूर कर रहे होते हैं. न्यू जर्सी की कीन यूनिवर्सिटी में इस पर एक शोध हुआ. इसके अनुसार, गाली देने से हमारी परेशानियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है. यूनिवर्सिटी ने कुछ ऐसे छात्रों पर शोध की, जो बात-बात पर गाली देते थे. शोधकर्ताओं ने ऐसे छात्रों के हाथों को खूब ठंडे पानी में डाला, जो छात्र इस दौरान गाली दे रहे थे, वे ज्यादा देर तक अपना हाथ पानी में डाले रहने में सफल रहे. वहीं, जो छात्र शांत थे, उन्होंने जल्द ही अपना हाथ पानी से बाहर खींच लिया.
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