Effect of Beaches On Health: इंसान प्रकृति के जितने ज्यादा करीब रहता है, वो उतना ही ज्यादा सेहतमंद भी रहता है. शांति और ऊर्जा को रिस्टोर करने, रिलैक्स होने के लिए या फिर रिजार्च होने के लिए अक्सर लोग प्रकृति के साथ समय बिताना पसंद करते हैं. इसमें पहाड़ों पर कुछ दिन बीता कर आना और समुद्र तटों के पास समय बिताना भी शामिल है. अक्सर लोगों को लगता है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग लकी जैन. क्योंकि वो हर समय इन खूबसूरत नजरों से घिरे रहते हैं. एक नए अध्ययन में भी यह सामने आया है कि समुद्र तट के पास रहना या वहां पर कुछ समय बिताना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है.
समुद्र के किनारे रहने वालो की सेहत होती है अच्छी
कम्यूनिकेशन्स अर्थ एंड एनवायर्नमेंट में प्रकाशित हुए इस अध्ययन के मुताबिक, यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ वियाना के एनवायर्नमेंटल साइकोलॉजी ग्रुप की सैंड्रा जेइगर की अगुआई में हुआ, जिसमें तट के माहौल का इंसान की सेहत पर असर देखा गया. अध्ययन में पाया गया कि समुद्र के पास रहना बेहतर सेहत से संबंध रखता है और इसका किसी देश या किसी व्यक्ति की आय के स्तर से कोई संबंध नहीं है. महासागरों के आसपास का माहौल बेहतर सेहत को पोषित करता है.
20वीं सदी में लोग कर रहे थे अनदेखा
शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह विचार 1660 के दौर से ही काफी प्रचलित है. उस दौरान अच्छी सेहत के लिए अंग्रेज फिजीशियन ने समुद्री स्नान और तटों की सैर के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर देना शुरू किया था. 19वीं सदी के मध्य में यूरोप के अमीर समुद्री हवा में सांस लेना कई सेहत उपचारों के तौर पर अपनाया करते थे. हालांकि, 20वीं सदी में लोगों का इसपर से ध्यान हटता चला गया था, लेकिन चिकित्सा विज्ञान ने अब फिर से इस पर ध्यान देना शुरू कर दिया है.
सभी देशों में एक-सा है असर
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यूरोपीय देशों और ऑस्ट्रेलिया के 15 हजार से ज्यादा प्रतिभागियों को सर्वे में शामिल किया उनकी निजी सेहत और समुद्र से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा की. इस अध्ययन के चौंकाने वाले नतीजों से पता चला कि सभी देशों में समुद्र के पास रहने वाले लोगों को ये फायदे मिले. खास बात यह है कि इसका उनके लाइफस्टाइल से कोई लेना-देना नहीं था. शोधकर्ताओं ने पाया कि तटों के पास रहने वालों की सेहत पर इस माहौल का काफी अच्छा असर होता है.