पूरी दुनिया में लोग 1 जनवरी को नए साल के तौर पर मनाते हैं. हालांकि, ये नया साल ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों के लिए होता है. दरअसल, एक वक्त था जब पूरी दुनिया पर अंग्रेजों की हुकूमत थी, यही वजह है कि आज भी कई चीजें ऐसी हैं जिन पर उनकी छाप दिखती हैं. हालांकि, इसके बाद भी कुछ लोग हैं जो नया साल एक जनवरी को नहीं बल्कि अपने धर्म की मान्यता अनुसार मनाते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि मुस्लिम बाहुल्य देश पाकिस्तान किस दिन नया साल मनाता है.


पाकिस्तान कब मनाएगा नया साल


पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है. वहां कई चीजों इस्लाम की मान्यता के अनुसार होती हैं. यही वजह है कि वहां कि ज्यादातर आबादी नया साल एक जनवरी के बजाय उस दिन मनाती है, जिस दिन उनके मजहब के हिसाब से मनाना चाहिए. साल 2024 में वो दिन 17 जुलाई के करीब शुरू हो सकता है. दरअसल, इसका संबंध मोहर्रम से है. चलिए अब आपको इससे जुड़ी पूरी कहानी बताते हैं.


क्या है इस्लामिक हिज़री साल


दुनिया भर के मुसलमानों के लिए नया साल मुहर्रम के पहले दिन से शुरू होता है. इसे इस्लाम को मानने वाले लोग नया इस्लामिक हिजरी साल कहते हैं. दरअसल, इस्लाम को मानने वाले लोग हिजरी कैलेंडर, जिसे इस्लामिक कैलेंडर भी कहते हैं उसके हिसाब से चलते हैं. इसे चंद्र कैलेंडर भी कहा जाता है. इस कैलेंडर की शुरुआत 622 ईस्वी से हुई है. कहा जाता है कि इसकी शुरुआत हजरत मुहम्मद के मक्का छोड़कर मदीना जाने से शुरू होता है.


एक साल कितने दिनों का होता है


हिजरी कैलेंडर में एक साल 354 या फिर 355 दिनों का होता है. इस कैलेंडर को चंद्रमा की घटती-बढ़ती चाल के अनुसार संयोजित किया जाता है. वहीं इस कैलेंडर के हिसाब से किसी दिन की शुरुआत पहले दिन के सुर्यास्त से शुरू होता है और अगले दिन के सुर्यास्त पर समाप्त होता है.


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