भारत में ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत चाय से होती है. कुछ लोग तो इसके इतने शौकीन होते हैं कि उन्हें ये सो कर उठने के तुरंत बाद बेड पर ही चाहिए होती है. आप चाय को भारत का सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थ कह सकते हैं.


लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया में चाय सबसे ज्यादा कहां पी जाती है. ऊपर हेडलाइन में लिखा है कि सबसे ज्यादा चाय एक मुस्लिम देश में पी जाती है, अगर आप सोच रहे हैं कि वह मुस्लिम देश भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान है तो आप गलत हैं. चलिए इस आर्टिकल में आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं. इसके साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि चाय का इतिहास कितना पुराना है.


सबसे ज्यादा चाय कहां पी जाती है


अगर आप चाय के प्रोडक्शन की बात करेंगे तो दुनिया में भारत इसमें दूसरे नंबर पर है. जबकि, चीन पहले नंबर पर. लेकिन जब बात चाय की खपत की हो तो इसमें बाजी तुर्किए मार जाता है. दरअसल, तुर्किए में चाय की खपत सबसे ज्यादा है. वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, तुर्किए में प्रति व्यक्ति सालाना चाय की खपत 3.16 किलो है. वहीं चाय के उत्पादन में तुर्किए का स्थान दुनिया में 5वां है. चाय की खपत में दूसरे नंबर पर आयरलैंड है. यहां प्रति व्यक्ति सालाना चाय की खपत 2.19 किलो है. जबकि, तीसरे नंबर पर ब्रिटेन है.


ब्रिटेन में प्रति व्यक्ति चाय की खपत 1.94 किलो है. वहीं पाकिस्तान इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है. यहां चाय की खपत प्रति व्यक्ति 1.50 किलो है. सबसे बड़ी बात कि चीन और भारत जो दुनिया में सबसे ज्यादा चाय का उत्पादन करते हैं, वो टॉप 10 में भी नहीं हैं. भारत तो टॉप 20 में भी नहीं है. चीन जहां इस लिस्ट में 19वें नंबर पर है, वहीं भारत 23वें नंबर पर है. चीन में प्रति व्यक्ति सालाना चाय की खपत 0.57 किलो है. वहीं भारत में चाय की सालाना खपत प्रति व्यक्ति 0.32 किलो है.


चाय का इतिहास क्या है


कहा जाता है कि चाय का इतिहास आज से लगभग 4800 साल पुराना है. चाय के आविष्कार को लेकर एक कहानी ये है कि 2732 ई.पू. में चीन में एक शासक हुआ करता था शेन नुंग. सर्दी का मौसम था और वह अपने बगीचे में आराम से धूप सेंक रहा था. उसे जब प्यास लगी तो उसने अपने नौकर से गर्म पानी देने को कहा. नौकर उसके लिए पानी गर्म कर रहे थे कि अचानक से उसमें एक पत्ती आकर गिर गई. लोगों का उस पर ध्यान नहीं गया और राजा ने वह पानी पी लिया.


लेकिन इस बार पानी का स्वाद अलग था और उसका रंग भी. इस पेय को पीने के बाद राजा अपने अंदर स्फूर्ति महसूस कर रहा था. जब गर्म पानी का बर्तन देखा गया तो इसमें एक पत्ती थी, जिसके झाड़ बगीचे में उगे हुए थे. कहा जाता है कि इसके बाद से ही चीन में सभी लोग इस पत्ती को उबाल कर पीने लगे और बाद में ये चाय के नाम से पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गई.


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