बचपन से हम पढ़ते आ रही है कि ध्वनि एक तरंग है जो हवा पर निर्भर होती है. जब मौसम सामान्य रहता है तो ध्वनि हवा में लगभग 343 मीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करती है. लेकिन वहीं आपने स्नाइपर गोली और उसकी स्पीड के बारे में भी सुना होगा. एक सामान्य स्नाइपर राइफल की गोली की स्पीड 900 मीटर प्रति सेकंड से ज्यादा होती है. यानी गोली आवाज की तुलना में लगभग तीन गुना ज्यादा तेजी से यात्रा करती है.


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क्यों होता है ऐसा?


बता दें स्नाइपर राइफलें ज्यादा वेग वाली गोलियां दागती हैं. ये गोलियां इतनी तेज होती हैं कि वे आवाज की गति से भी तेज पहुंचती हैं. साधारण शब्दों में कहें तो इसका मतलब ये है कि जब एक स्नाइपर किसी को गोली मारता है, तो शिकार को गोली लगने की आवाज सुनाई देने से पहले ही उसकी मौत हो जाती है. यह एक बहुत ही डरावना हत्या का तरीका है.


इसे हम एक उदाहरण से भी समझ सकते हैं. यदि हम एक स्नाइपर द्वारा 1000 मीटर दूर लक्ष्य को ध्यान में रखते हैं, तो गोली को वहां पहुंचने में लगभग 1.25 सेकंड का समय लगता है. इसी समय में आवाज को वापस लौटने में भी समय लगेगा. इसका मतलब है कि गोली चलने के तुरंत बाद ही सामने वाला व्यक्ति अपनी मौत का शिकार हो जाता है, जबकि उसे गोली चलने की आवाज सुनाई नहीं देती.


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स्नाइपर राइफल क्यों होती है इतनी खतरनाक?


स्नाइपर राइफलें बहुत लंबी दूरी तक सटीक निशाना लगा सकती हैं. साथ ही ये राइफल बहुत ही शक्तिशाली होती है जिसकी गोली तेज स्पीड से चलती है. इससे छिपकर शिकार को मारा जा सकता है. साथ ही ये बहुत निशाना लगाने में बहुत ही सटीक होती है.                                                                                                                      


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