Petrol Pump Scam: पेट्रोल पंप पर गाड़ी में पेट्रोल या डीजल भरवाते समय हमें पता भी नहीं चलता है और हमारे साथ धोखाधड़ी हो जाती है. बताऊंगा यह सारा खेल कैसे होता है और साथ ही यह भी कि मीटर में जीरो देखने के अलावा पेट्रोल भरवाते समय आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. अभी कुछ ही दिन पहले की बात है जब मैं नज़दीक के पेट्रोल पंप पर अपनी बाइक में पेट्रोल भरवाने गया था. अपनी बारी आने पर मैंने मीटर में जीरो देखा और पेट्रोलपंप कर्मी से 320 रुपये का पेट्रोल भरने को कहा...


'नजर हटी, दुर्घटना घटी'


वो दो लोग थे. एक पेट्रोल भरता था और दूसरा ग्राहक का ध्यान भटकाने की कोशिश करता था. अगर किसी ग्राहक का ध्यान भटका तो समझो उसे चूना लगना पक्का. मेरे साथ भी ऐसा ही करने की कोशिश की गई थी. उसने 320 की जगह 120 का पेट्रोल भरा और रुक गया. मैने उसे बताया कि 320 का पेट्रोल भरना था. तब उसने ऐसा नाटक किया मानो उसे 320 के बजाय 120 सुनाई दिया था और कहने लगा कि 200 का पेट्रोल और डाल देता हूं. बस... यहीं से दूसरे वाले का काम शुरू होता है. उसके सहकर्मी ने मुझे बातों में लगाने की कोशिश की. लेकिन मैं सतर्क था, मैंने उसपर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया और मीटर पर नजर रखते हुए बाकी का पेट्रोल भरवाया. अब मैं समझाता हूं कि यहां कैसे मेरे साथ धोखाधड़ी हो सकती थी.


पेट्रोल भरवाते समय रहें सतर्क


अगर मैं दूसरे वाले व्यक्ति की बातों में लग जाता तो पहले वाला 0 से शुरू न करके वहीं 120 से पेट्रोल भरता और 200 पर आकर मुझसे कहता कि 120 का पहले डल गया था और 200 का अब डल गया, इस तरह 320 का पेट्रोल पूरा गया, जबकि असल में 200 का पेट्रोल ही भरा जाता. मैं पहले इस जाल में फंस चुका था इसलिए अब हमेशा सतर्क रहता हूं. आपको भी रहना चाहिए. पेट्रोल भरवाते समय मीटर से अपना ध्यान बिलकुल न हटाया करें. अब बात करते हैं मीटर पर जीरो देखने के अलावा आपको किस बात का ख्याल रखना चाहिए.


जीरो के अलावा इसका भी रखें ख्याल


वैसे तो पिछले कुछ सालों से लोगों में जागरूकता बढ़ी है. अब ज्यादातर लोग पेट्रोल भरवाने से पहले फ्यूल मशीन के मीटर में 0 देखते हैं. लेकिन सिर्फ इतना ही काफी नहीं है. जीरो नहीं देखने से हो सकता है पेट्रोल भरने वाला आपके साथ चालाकी कर दे और आपको पेट्रोल की मात्रा कम मिले, लेकिन यहां हम जिस चीज के बारे में बताने वाले हैं, उसे अनदेखा करने पर आपकी गाड़ी भी खराब हो सकती है. दरअसल, यहां डेंसिटी की बात हो रही है. सरकार ने पेट्रोल और डीजल की शुद्धता के मानक तय किए हुए हैं. 


डेंसिटी जरूर देखें


पेट्रोल भरवाते समय मशीन में जीरो देखने के अलावा पेट्रोल या डीजल की डेंसिटी भी जरूर देख लिया करें. जानकारी के मुताबिक, पेट्रोल की डेंसिटी अगर 730 से 800 के बीच है तो वह शुद्ध माना जाएगा. वहीं, डीजल की डेंसिटी 830 से 900 के बीच होती है. अगर फ्यूल मशीन में दिख रहे आंकड़े इस रेंज से कम ज्यादा हैं तो उसमें मिलवाट हो सकती है. आप पेट्रोल पंप पर मैनुअली भी इसकी जांच करवा सकते हैं. नियमों के मुताबिक, देश के हर नागरिक को पेट्रोल की शुद्धता मापने का अधिकार है.


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