इंटरनेट की दुनिया का पिग बुचरिंग स्कैम, जानें इस स्कैम से बचने का तरीका
अधिकांश लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन जितने यूजर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, उतना ही इंटरनेट पर धोखाधड़ी करने वाले लोग मौजूद हैं. जानिए इंटरनेट पर होने वाला पिग बुचरिंग स्कैम क्या है.
दुनिया में अधिकांश लोगों के लिए इंटरनेट उनके जीवन का एक अहम हिस्सा है. लेकिन इंटरनेट की इस दुनिया में जितने अच्छे लोग हैं, उतने ही खतरनाक और स्कैम यानी धोखाधड़ी करने वाले भी लोग हैं. ये धोखाधड़ी करने वाले लोग नए-नए तरीके से लोगों को ठगते हैं. इधर बीच इंटरनेट पर अब एक नए तरह का स्कैम चल रहा है. जिसका नाम पिग बुचरिंग स्कैम है. आज हम आपको बताने वाले हैं कि ये पिग बुचरिंग स्कैम क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है.
क्या है पिग बुचरिंग स्कैम
पिग बुचरिंग जैसे नाम के अनुरूप पिग को मारने से पहले उसे खिलाया-पिलाया जाता है, वैसे ही पिग बुचरिंग स्कैम में ठगने से पहले शिकार का विश्वास जीता जाता है. इस स्कैम में दोस्ती और प्यार के जरिए व्यक्ति का विश्वास जीतने के बाद उसके साथ स्कैम किया जाता है. इस स्कैम में धोखाधड़ी करने वाला अपने शिकार से धीरे-धीरे पैसा निवेश करने के लिए कहता है. इसे ‘किलिंग पिग प्लेट’ या ‘शा झू पैन’ के नाम से भी जाना जाता है. बता दें कि वैश्विक स्तर पर इस तरह के अपराध के मामले सामने आ रहे हैं.
इस स्कैम की शुरुआत?
रिपोर्ट के मुताबिक पिग बुचरिंग स्कैम 2019 के आसपास चीन में शुरू हुआ था. स्कैम करने का यह तरीका एशियाई-संगठित अपराधियों ने शुरू किया था. अभी तक इंटरनेट पर लोगों को करोड़ों रूपये का चुना लग चुका है. चीन के बाद अपराधियों ने अमेरिकी लोगों को भी टारगेट किया था. अमेरिका की खुफिया एजेंसी एफबीआई के मुताबिक कभी-कभी घोटालेबाज मानव तस्करी के शिकार होते हैं. जिस कारण वो पैसे और बाकी वित्तीय अवसरों के लिए इस घोटाले को जारी रखने के लिए मजबूर होते हैं. इन घोटालों को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग तक दी जाती है.
कैसे होता है स्कैम?
सबसे पहले अपराधी सोशल मीडिया या डेटिंग ऐप्स के जरिए शिकार को ढूंढ़ते हैं. जिसे ये अपनी भाषा में पिग कहते हैं. इसके बाद अपराधी उससे नकली दोस्ती बनाकर क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में हाथ अजमाने के लिए मनाता है. फिर अपराधी उस पिग को नकली ट्रेडिंग ऐप का इस्तेमाल करने के लिए कहता है. इसके बाद उस पिग को वहां से लाभ होता है. जब वो पिग फिर से अपराधी की बात मानकर ज्यादा पैसा लगा देता है, उसके साथ उसी समय स्कैम हो जाता है.
इस स्कैम से बचने का तरीका
इंटरनेट की दुनिया में किसी भी स्कैम से बचने का सिर्फ एक उपाय है कि आप अनजान लोगों के मैसेज का रिप्लाई ना करें. किसी भी लिंक पर कभी क्लिक नहीं करना चाहिए. इंटरनेट पर कभी भी किसी तरह की दिक्कत होने पर तुंरत कानूनी सहायता लेना चाहिए. भारत सरकार के साइबर अवेयरनेस हैंडल ने भी सभी नागरिकों को सतर्क रहने के लिए कहा है.
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