प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर ब्रुनेई गए हैं. यहां पीएम मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया से उनके आवास पर मिलेंगे. आपको बता दें, ब्रुनेई के सुल्तान जिस महल में रहते हैं, उसका नाम 'इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस' है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा महल कहा जाता है. इसमें 1788 कमरे और 257 बाथरूम हैं. चलिए आज आपको इस महल के बारे में विस्तार से बताते हैं.


कब बना था ये महल


इस्ताना नूरुल ईमान को अगर आप हिंदी में ट्रांसलेट करेंगे तो ये "दुनिया के प्रकाश का महल" होगा. इस महल का निर्माण 1981 में सुल्तान हसनल बोल्किया द्वारा शुरू करवाया गया था. महज 3 वर्षों में यानी 1984 में इस महल के निर्माण का काम पूरा हो गया. इस महल को बनाने में लगभग 1.4 बिलियन डॉलर का खर्च हुआ.


भारतीय रुपयों में आज के हिसाब से ये 1,17,53,53,20,000 होगा. इस महल को डिजाइन किया था फ़िलिपिनो आर्किटेक लियोनार्डो लोक्सिन ने. सुल्तान का साफ निर्देश था कि ये महल ऐसा होना चाहिए जो अंग्रेजों की आजादी के बाद एक नए ब्रुनेई का संदेश दे.


कितना खास है ये महल


दुनिया का सबसे बड़ा महल यानी इस्ताना नूरुल ईमान पैलेस 2,00,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है. 1,788 कमरे, 257 बाथरूम के अलावा इस महल में एक बार में 5,000 मेहमानों की मेजबानी करने में सक्षम एक बैंक्वेट हॉल भी है. 


इसके अलावा महल में 110 कारों के लिए पार्किंग की जगह, 200 पोलो खेल के घोड़ों के लिए एसी वाला अस्तबल, 5 बड़े स्विमिंग पूल और एक मस्जिद भी है. इस मस्जिद की खासियत ये है कि इसमें एक साथ 1500 लोग नमाज अदा कर सकते हैं.


महल का डिजाइन किस तरह का है


महल के डिजाइन में आपको ब्रुनेई की इस्लामी संस्कृति और मलय परंपराओं का मिश्रण देखने को मिलता है. महल के बाहरी भाग में आपको चमकते सुनहरे गुंबद दिखते हैं, जिसमें 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया गया है. हालांकि, इसके बाद भी यह महल दुनिया का सबसे महंगा महल नहीं है. सबसे महंगे महल का खिताब लंदन के बकिंघम पैलेस के पास है. इस महल की कीमत लगभग 2.9 बिलियन डॉलर है.


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