PM Modi Birthday: देश के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी का कल यानी 17 सितंबर को जन्मदिन है. यही वजह है कि लोग उनके जीवन के बारे में जानने के लिए इंटरनेट खंगाल रहे हैं. चलिए आज आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि जब पीएम मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद घर छोड़ा तो शुरू के तीन साल वह कहां रहे. इसके साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि कैसे उन्होंने उन तीन वर्षों में प्रकृति, शिक्षा और अध्यात्म को आत्मसात किया.


किस उम्र में पीएम मोदी ने घर छोड़ दिया


नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में हुआ था. एक मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा हुए नरेंद्र मोदी की रुचि शुरू से ही समाजसेवा और अध्यात्म में थी. 1967 के आस-पास, जब नरेंद्र मोदी किशोरावस्था में थे, उन्होंने अपने परिवार से अलग होकर एक नए सफर पर निकलने का फैसला कर लिया. महज़ 17 साल की उम्र में वह जिंदगी के एक नए सफर पर निकल गए.


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सबसे पहले कहां गए थे पीएम मोदी


नरेंद्र मोदी की आधिकारिक पार्टी बीजेपी के ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, 'जब पीएम मोदी ने घर छोड़ा, तो वह ऋषिकेश और हिमालय की ओर चल दिए.' दरअसल, हिमालय को भारतीय साधु-संतों और योगियों के लिए हमेशा से एक विशेष स्थान माना गया है, क्योंकि हिमालय, साधना और आत्मज्ञान के लिए आदर्श माना जाता है. यही वजह है कि पीएम मोदी का अधिकांश समय उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के हिमालयी क्षेत्रों में ही बीता.


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रामकृष्ण मिशन और स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा


कहा जाता है कि शुरुआत के इन तीन वर्षों में पीएम मोदी पर रामकृष्ण मिशन और स्वामी विवेकानंद के विचारों का गहरा प्रभाव पड़ा. स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनकी शिक्षा ने नरेंद्र मोदी को आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बहुत प्रेरित किया. बीजेपी की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ने रामकृष्ण मिशन से जुड़ कर कई राज्यों में घूमा और वहां की संस्कृति को बहुत करीब से देखा और समझा.


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