नवंबर का महीना अभी शुरू भी नहीं हुआ है और पॉल्यूशन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. राजधानी दिल्ली समेत तमाम बड़े शहरों में पॉल्यूशन का लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है और हवा में जहर घुल रहा है. हालात मुंबई और दिल्ली में सबसे ज्यादा खराब हैं, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे के निशान के ऊपर चला गया है. ऐसे में सरकारों की तरफ से भी तमाम तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. आपने अक्सर सुना होगा कि पॉल्यूशन के चलते लोगों की उम्र कम हो रही है, तो क्या आप जानते हैं कि दिल्ली जैसे शहर में रहने पर आपकी उम्र कितनी कम हो सकती है?


रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
लेंसेट की एक स्टडी के मुताबिक दुनियाभर के 16% लोगों की मौत प्रदूषण के चलते समय से पहले ही हो जाती है. यानी अगर किसी व्यक्ति को करीब 65 साल तक जीना है तो उसकी मौत 60 साल से पहले ही हो जाती है. इस स्टडी में ये भी बताया गया है कि दुनियाभर में हर साल करीब 90 लाख लोगों की मौत का कारण पॉल्यूशन होता है. इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक एयर पॉल्यूशन को ही बताया गया है. 


दिल्ली में कितनी कम हो रही लोगों की उम्र?
अब उस सवाल पर आते हैं कि दिल्ली जैसे शहर में रहने वाले लोगों की उम्र पॉल्यूशन के चलते कितनी कम हो सकती है... एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट एट द यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की रिसर्च के मुताबिक भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित देश है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में सबसे ऊपर है. दिल्ली में रहने वाले लोगों की उम्र इस प्रदूषण के कारण 11.9 साल तक घट रही है. पिछले साल उम्र घटने का ये आंकड़ा 10 साल था. 


यानी हर साल प्रदूषण लोगों की उम्र लगातार कम कर रहा है. पूरे देश की बात करें तो रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में लोगों की औसत उम्र प्रदूषण के चलते करीब पांच साल कम हो गई है. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपको 70 साल की उम्र तक जीना है, तो आप दिल्ली में रहते हुए सिर्फ 58 साल तक ही जी पाएंगे. यानी आपकी उम्र के 12 साल पॉल्यूशन कम कर सकता है.