भारत में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो आलू नहीं खाता. यहां हर तरह की सब्जी में आलू का इस्तेमाल होता है. समोसा जैसे पूरे भारत में बड़े चाव से खाया जाता है, बिना आलू के उसे सोच पाना भी संभव नहीं है. आलू का पराठा ठंड के सबसे स्वादिष्ट भोजन में से एक है. भारत में तो आलू को सब्जियों का राजा तक कहा जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि आलू भारतीय नहीं है. बल्कि सब्जियों का यह राजा विदेशी है. आज इस आर्टिकल में हम आपको आलू से जुड़ी तमाम जानकारियां देंगे.
कहां से आया है आलू
कहते हैं 16वीं शताब्दी तक आलू को केवल पेरू के लोग पहचानते थे, इसके अलावा पूरी दुनिया इस फसल से अनभिज्ञ थी. लेकिन क्रिस्टोफर कोलंबस जब पूरी दुनिया की यात्रा पर निकला तो उसने आलू को समुद्र के रास्ते दुनिया के तमाम अलग-अलग महाद्वीपों तक पहुंचा दिया. हालांकि, भारत में आलू पुर्तगाली और डच व्यापारियों के साथ आया और पहले इसने मालाबार तट रेखा तक अपनी पहुंच बनाई और फिर इसने पूरे बंगाल से लेकर उत्तर भारत तक में इसे उगाया जाने लगा.
स्पेस में उगाया गया आलू
आलू पृथ्वी पर उगने वाली पहली ऐसी फसल है जिसे इस पृथ्वी से बाहर भी उगाया गया है. साल 1995 की शुरुआत में चीन और नासा के एक साझा अभियान में आलू को पृथ्वी के बाहर स्पेस में भेजा गया था और यहां पहली बार इसे उगाया गया था.
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने इसे घर-घर पहुंचाया
18वीं शताब्दी के बाद आसपास जब ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में आलू की कमी खलने लगी तो उसने इसे यूरोप से आयात करने की बजाय यहीं भारत में उगाने की नीति अपनाई. इस नीति के तहत ईस्ट इंडिया कंपनी ने बड़ी मात्रा में सस्ते दामों पर आलू के पौधे किसानों को बेचें फिर धीरे-धीरे आलू हर खेत में लगने वाली एक फसल बन गई.
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