President Joe Biden Security: एजेंट्स के सुरक्षा कवच में चलते हैं राष्ट्रपति बाइडेन, इस थ्री लेयर सिक्योरिटी को भेदना है नामुमकिन
President Joe Biden Security: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आ चुके हैं, जहां उनकी सुरक्षा के लिए हर तैयारी पूरी हो चुकी है. अमेरिका के राष्ट्रपति हमेशा तीन लेवल के सिक्योरिटी कवर में होते हैं.
![President Joe Biden Security: एजेंट्स के सुरक्षा कवच में चलते हैं राष्ट्रपति बाइडेन, इस थ्री लेयर सिक्योरिटी को भेदना है नामुमकिन President Joe Biden walks under security cover of Secret Service agents impossible to breach three layer security G20 Summit President Joe Biden Security: एजेंट्स के सुरक्षा कवच में चलते हैं राष्ट्रपति बाइडेन, इस थ्री लेयर सिक्योरिटी को भेदना है नामुमकिन](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/08/c4c0b7e7a21c8f2f452897cdb1fd34331694168304618356_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
President Joe Biden Security: दुनियाभर में कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें टॉप क्लास का सिक्योरिटी कवर दिया जाता है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी ऐसी ही हस्तियों में शामिल हैं. किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया में सबसे ज्यादा सिक्योरिटी दी जाती है. अमेरिका का इतिहास देखें तो उसने अपने चार राष्ट्रपतियों को हमले में खोया है, चारों की हत्या कर दी गई थी. इसीलिए अब जो भी राष्ट्रपति बनता है, उसकी सिक्योरिटी लेयर किसी किले जैसी होती हैं, जिसे भेदना लगभग नामुमकिन जैसा होता है.
भारत में सुरक्षा इंतजाम
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आ चुके हैं, जहां राजधानी दिल्ली में होने जा रहे जी-20 समिट में वो हिस्सा लेंगे. उनके इस दौरे को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे थे. इसी बीच हम आपको बता रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा कितनी लेयर की होती है और उसमें कौन-कौन सी फोर्स लगी होती है.
एक अभेद कवच में होते हैं राष्ट्रपति
राष्ट्रपति एक अभेद सुरक्षा कवच के अंदर होते हैं. एक कवच तीन लेयर में बंटा हुआ होता है. यानी इसमें तीन अलग-अलग सुरक्षा के लेयर होते हैं. राष्ट्रपति के सबसे नजदीक उनके प्रोटेक्टिव डिविजन एजेंट्स होते हैं, इसके बाद सीक्रेट सर्विस एजेंट्स और फिर तीसरी लेयर में पुलिस होती है. दिल्ली में जब राष्ट्रपति का काफिला निकलेगा तो उनकी सिक्योरिटी की चौथी लेयर के तौर पर दिल्ली पुलिस और मिलिट्री पुलिस के जवान मौजूद होंगे.
यानी कुल मिलाकर अमेरिकी राष्ट्रपति हर जगह एक ऐसे सुरक्षा घेरे के बीच रहते हैं, जिसे भेदना किसी के बस की बात नहीं है. यहां तक कि राष्ट्रपति जब चलते हैं तो उन्हें एक ऐसी फॉर्मेशन में रखा जाता है कि वो आसानी से दूर खड़े किसी शख्स की नजर में न आएं. यानी किसी भी शूटर के लिए निशाना लगाना लगभग नामुमकिन है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)