देश के अलग-अलग राज्यों में पुलिस की वर्दी भी अलग अलग है. हालांकि, ज्यादातर जगहों पर ये खाकी ही है. लेकिन एक राज्य ऐसा है जहां की पुलिस की वर्दी तो खाकी है लेकिन सिर पर पहनी जाने वाली टोपी सबसे अलग है. ये एक दम चटक लाल रंग की टोपी होती है. ऐसी टोपी पूरे देश में किसी भी राज्य की पुलिस नहीं पहनती. इस टोपी की बनावट भी अन्य टोपियों से अलग है. थोड़ी उठी और सुर्ख लाल रंग की टोपी पहने इस राज्य के पुलिस वाले जब सड़क पर खड़े होते हैं तो दूर से ही अलग दिखाई देते हैं. चलिए आज आपको इसी टोपी के बारे में बताते हैं कि आखिर यहां के पुलिस वाले सिर पर लाल टोपी क्यों पहनते हैं.


पुडुचेरी के पुलिस वाले क्यों पहनते हैं लाल टोपी?


दरअसल, पुडुचेरी एक ऐसा राज्य है जो भारत के आजाद होने के कई साल बाद आजाद हुआ और भारत का हिस्सा बना. 1947 में जब पूरा भारत आजाद हुआ तो उस वक्त पुडुचेरी फ्रांस का गुलाम था और वहां फ्रांस का ही कानून चलता था. लेकिन साल 1954 में जब पुडुचेरी को भारत में मिलाया गया तो वहां भारत का संविधान लागू कर दिया गया और उसे एक केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया. इसके बाद वहां कई चीजें बदलीं लेकिन वो लाल टोपी जो फ्रांस के पुलिस की निशानी थी वो वैसी की वैसी ही रही. यही वजह है कि आज भी इस राज्य में पुलिस आपको एक अजीब तरह की लाल टोपी लगाए हुए मिल जाएगी.


दो तरह की होती है ये टोपी


पुडुचेरी की पुलिस में ये टोपी बड़े अधिकारी नहीं लगाते, बल्कि इसे सिर्फ पुलिस कॉन्सटेबल और हेड कॉन्सटेबल ही लगाते हैं. इन दोनों की टोपी भी अलग अलग होती है. दोनों टोपी लाल जरूर होती है, लेकिन पुलिस कॉन्सटेबल की टोपी पर ऊपर की ओर काले रंग की एक धारी बनी होती है, जबकि हेड कॉन्सटेबल की टोपी पर ऊपर की ओर पीले रंग से दो धारी बनी होती है. इसके साथ ही पुलिस कॉन्सटेबल की टोपी पर काले रंग का बेल्ट जैसा पट्टा लगा होता है, जबकि हेड कॉन्सटेबल की टोपी पर पीले रंग का एक रस्सी जैसा कुछ लगा होता है. टोपी में यही बदलाव बताता है कि कौन हेड है और कौन सिर्फ कॉन्सटेबल है.


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