रेलवे का इतिहास बहुत साल पुराना है. ऐसे में बहुत सी ऐसी ट्रेन है जो 150 साल से भी ज्यादा समय से पटरियों पर दौड़ रही हैं. आजकल की टेक्नोलॉजी के हिसाब से देखा जाए तो वंदे भारत एक्सप्रेस कई रिकॉर्ड बना रही है, लेकिन उस समय की ट्रेनों में कुछ अलग ही खासियत हुआ करती थीं. उन ट्रेनों की खासियत के चलते लोग आज भी उन ट्रेनों की तारीफ करते हैं. क्या आपको मालूम है कि देश की सबसे पुरानी ट्रेन कौन-सी है और वह ट्रेन कहां से कहां तक का सफर तय करती थी? आइए आज हम आपको देश की 5 सबसे पुरानी ट्रेनों के बारे में जानकारी देते है.
पंजाब मेल - Punjab Mail (1 जून 1912)
पंजाब मेल सबसे पुरानी और लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेनों में से एक है. दरअसल, पहले इस ट्रेन को पंजाब लिमिटेड के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर पंजाब मेल कर दिया गया. अंग्रेजो के जमाने में इस ट्रेन को सबसे तेज ट्रेन होने का खिताब दिया गया था. इस ट्रेन का ज्यादातर हिस्सा जीआईपी ट्रैक पर चलता है. ये ट्रेन इटारसी, आगरा, दिल्ली, अमृतसर और लाहौर से गुजरकर छावनी में जाकर रूकती है.
फ्रंटियर मेल - Frontier mail (1 सितंबर 1928)
फ्रंटियर मेल पंजाब मेल शुरू होने के तकरीबन 16 साल बाद शुरू की गई थी. स्वतंत्रता के बाद यह ट्रेन सिर्फ मुंबई से चलकर दिल्ली होते हुए अमृतसर जाती थी. सन 1996 सितंबर में फ्रंटियर मेल का नाम बदलकर 'गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस' कर दिया गया था. सन 1934 में इस ट्रेन में एयर कंंडीशनर भी लगाए गए थे. यह ट्रेन भारत की सबसे पहली एसी बोगी वाली ट्रेन बन गई थी.
ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस - Grand Trunk Express (1 अप्रैल 1929)
ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस भी भारत की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक है. इसे जीटी एक्सप्रेस भी कहा जाता है. शुरुआत में यह ट्रेन केवल पेशावर से मैंगलोर तक चला करती थी. इस ट्रेन के पूरे सफर में तकरीबन 104 घंटे लगते थे. कुछ समय बाद इसकी सर्विस को लाहौर-मेट्टुपलायम तक बढ़ा दिया गया था.
बॉम्बे पूना मेल - Bombay Pune Mail (21 अप्रैल 1863)
बॉम्बे-पूना मेल, मुंबई-पुणे सेक्शन पर चलने वाली बेस्ट ट्रेन थी. यह ट्रेन सन 1869 में शुरू की गई थी. मुंबई और पुणे के बीच यह पहली इंटरसिटी ट्रेन थी.
कालका मेल - Kalka Mail (1 जनवरी 1866)
कालका मेल भी भारत की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक है. यह ट्रेन सन 1886 में 1 अप और 2 डाउन नंबर प्लेट के साथ "ईस्ट इंडियन रेलवे मेल" के नाम से पटरी पर दौड़ना शुरू हुई थी.