Frog And Milk: साइंस के प्रयोग हमारी जिंदगी को आसान करने के लिए होते हैं. ज्यादातर प्रयोग और आविष्कार हमारे जीवन से प्रेरित होकर ही किये जाते हैं. जिनमें से बहुत प्रयोग का इस्तेमाल हम अपने डेली लाइफ में करते भी हैं. लेकिन, कभी-कभी कुछ प्रयोग इसे होते हैं, जो चौंका देते हैं. ऐसा ही एक तरीका है दूध को फटने से बचाने का है, जिसके बारे में जानकर आपको विश्वास नहीं होगा. वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर आप दूध को फटने से बचाना चाहते हैं तो आपको उसमें मेंढक डाल देना चाहिए. 


दूध को फटने से बचाने का ये तरीका 19वीं सदी में रशिया के लोग अपनाते थे. उस दौर में उनके पास किसी भी तरह की सुविधा मौजूद नहीं थी. हालांकि, तब शहरों में आइस बॉक्स जैसी सुविधा मौजूद थी. फिर धीरे-धीरे फ्रिज जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मार्केट में उतर आए और यह काम आसान हो गया.


मेंढक से निकलते हैं कुछ खास केमिकल


2010 में अरब के कुछ वैज्ञानिकों ने मेंढक पर एक अध्ययन किया. इस अध्ययन के दौरान उन्हें पता चला कि मेंढक कुछ ऐसे केमिकल छोड़ता है, जिसमें बैक्टीरिया और अन्य किटाणुओं को मारने की शक्ति होती है. इस केमिकल में मौजूद कंपाउंड को एन्टीमइक्रोबियाल कंपाउंड कहा जाता है. वैज्ञानिकों ने मेंढक से निकलने वाले इस केमिकल्स के कई और परीक्षण किए, तो उन्होंने पाया कि इसके कंपाउंड्स में बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति होती है. यह बैक्टीरिया के रिएक्शन्स को लगभग खत्म ही कर देता है.


पाए जाते हैं 76 तरह के पेप्टाइड्स 


इसके अलावा 2012 में मास्को स्टेट यूनिवर्सिटी के कुछ शोधकर्ताओं ने भी मेंढकों के केमिकल्स पर और अच्छे से स्टडी की. उन्होनें पाया कि मेंढक के कंपाउंड्स में अलग-अलग तरह के पेप्टाइड्स होते हैं. इन पेप्टाइड्स की संख्या करीब 76 होती है, जोकि एक दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं. शोधकर्ताओं को यह भी पता चला कि 2 मेंढकों के पेप्टाइड्स एक जैसे नहीं होते हैं.


शोध के दौरान वैज्ञानिकों को एक बात और पता चली कि हर तरह के मेंढक दूध को फटने से नहीं बचा सकते हैं. इसलिए बिना जानकारी के आप यह प्रयोग न ही करें, तो बेहतर होगा. 


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