पंजाब हाईकोर्ट ने आज मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए एनआरआई (NRI) कोटे पर तल्ख टिप्पणी की है. हाईकोर्ट ने कहा कि यह पूरी तरह से एक फर्जीवाड़ा है और इसे खत्म किया जाना चाहिए. दरअसल, पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी, जिसमें मांग की गई थी कि मेडिकल कॉलेजों में एनआईआई कोटे को बढ़ाया जाना चाहिए. हालांकि, हाईकोर्ट ने इस याचिका को ये कहते हुए खारिज कर दिया है कि ये पूरी तरह से धोखाधड़ी है. चलिए अब जानते हैं कि आखिर और किन देशों में मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटा मिलता है.


कहां-कहां है NRI कोटा


ग्लोबलाइजेशन के इस युग में, हायर एजुकेशन के लिए छात्र अलग-अलग देशों में जाना चाहते हैं. खासकर, मेडिकल एजुकेशन में, यही वजह है कि नॉन-रेसिडेंट इंडियंस यानी NRI के लिए कई देशों में विशेष कोटा उपलब्ध है. यह कोटा भारतीय छात्रों को विदेश में मेडिकल डिग्री हासिल करने का एक सुनहरा मौका देता है.


ब्रिटेन और अमेरिका में है NRI कोटा


ब्रिटेन के कुछ मेडिकल कॉलेजों में जैसे कि किंग्स कॉलेज लंदन और यूनीवर्सिटी कॉलेज लंदन में एनआरआई छात्रों के लिए कुछ सीटें रिजर्व रहती हैं. ये संस्थान हाई क्वालिटी एजुकेशन के लिए जाने जाते हैं.


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अमेरिका और कनाडा में NRI कोटा


ब्रिटेन के अलावा और अमेरिका के मेडिकल कॉलेजों में भी NRI छात्रों के लिए अलग से कोटा या सीटें होती हैं. हालांकि, ज्यादातर विश्वविद्यालयों में अप्लाई करने की प्रक्रिया कंपटीशन से भरी होती है. आपको बता दें, एनआरआई छात्र इन कॉलेजों में मेडिकल की डिग्री लेने के लिए सामान्य से अधिक फीस भरते हैं. इसी तरह से कनाडा के कई मेडिकल कॉलेजों में भी एनआरआई छात्रों के लिए कोटा उपलब्ध है.


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ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जर्मनी में NRI कोटा


ऑस्ट्रेलिया में भी कई मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई स्टूडेंट्स के लिए विशेष कोटा उपलब्ध है. यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी और यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न में एडमिशन के लिए एनआरआई स्टूडेंट्स की उत्सुकता सबसे ज्यादा होती है.  न्यूजीलैंड में भी कुछ मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटा होता है. इसके अलावा जर्मनी में भी अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए विशेष कोटा होता है. हालांकि, जर्मनी में एनआरआई कोटा की उपलब्धता सीमित है.


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