Raksha Bandhan 2023: हर साल राखी का त्योहार आते ही बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, इसे भाई-बहन के रिश्ते का सबसे अटूट बंधन माना जाता है. जिसमें भाई अपनी बहन की हमेशा रक्षा करने का संकल्प लेता है, वहीं बहन अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है. रक्षा बंधन को लेकर कई पुरानी कहानियां भी खूब सुनी सुनाई जाती हैं. जिनमें से एक कहानी मौत के देवता यमराज की भी है, जिनकी बहन ने जब उन्हें राखी बांधी थी तो उन्होंने उसे वरदान दे दिया था. 


यमराज और यमुना की कहानी
पौराणिक कथाओं में बताया जाता है कि यमराज और यमुना भाई-बहन थे. यमुना मौत के देवता को अपना भाई मानती थीं, जिसके बाद उन्होंने यमराज की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा था. इसके बदले में यमराज ने यमुना को अमर होने का वरदान दे दिया. प्राण हरने वाले देवता ने अपनी बहन को कभी न मरने का वरदान दिया, इसीलिए इस किस्से की चर्चा आज तक होती है. मान्यता है कि जो भाई रक्षा बंधन के दिन अपनी बहन से राखी बंधवाते हैं, यमराज उनकी रक्षा करते हैं. 


हर साल धूमधाम से मनाया जाता है त्योहार
रक्षा बंधन से जुड़ी ये सिर्फ एक ही पौराणिक कहानी नहीं है, इस तरह की कई कहानियां हमें सुनने को मिलती हैं, जहां एक रक्षा सूत्र बंधने के बाद भाई ने अपनी बहन के लिए बड़े से बड़ा त्याग किया. यही कारण है कि हर साल इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है और बहनें अपने भाई को राखी भेजना कभी नहीं भूलती हैं. 


राखी के त्योहार को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है, जब भाई या बहन किसी कारण से इस दिन नहीं मिल पाते हैं तो डाक के जरिए राखी पहुंचाई जाती है. बहन की भेजी राखी को भाई अपनी कलाई पर बांधते हैं और उसकी रक्षा करने का संकल्प लेते हैं. इस दौरान बहनों को राखी के बदले कुछ देने के परंपरा भी है. 


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