Raksha Bandhan 2023: भाई-बहन के रिश्ते की कई मिसालें दी जाती हैं, इस रिश्ते का सबसे बड़ा त्योहार रक्षा बंधन है, जिसमें बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र की दुआ करती है. साथ ही भाई भी बहन की रक्षा का वादा करता है. इस त्योहार को पूरे देशभर में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है, कई जगहों पर इसे अलग नाम भी दिए गए हैं. हालांकि राखी के त्योहार को लेकर एक जगह भाई को श्राप देने का भी रिवाज है, जिसमें बहनें अपने भाई को मरने का श्राप देती हैं. 


राखी पर श्राप देने का रिवाज
रक्षा बंधन पर भाई को श्राप देने का ये रिवाज छत्तीसगढ़ में है. यहां के जशपुर में एक समुदाय इस तरह का रिवाज निभाता है. इस रिवाज के मुताबिक पहले बहनें अपने भाई को मरने का श्राप देती हैं, उसके बाद इसका प्रायश्चित भी करती हैं. इसके लिए बहनें खुद की जीभ पर एक कांटा चुभाती हैं, जिसे श्राप देने के बाद प्रायश्चित के तौर पर किया जाता है. ऐसा राखी के अलावा भाई दूज पर भी किया जाता है.


श्राप देने के पीछे क्या है मान्यता?
अब राखी के पवित्र त्योहार पर इस तरह के रिवाज का कारण भी जान लेते हैं. दरअसल ये श्राप भी भाई की रक्षा के लिए ही दिया जाता है. मान्यता है कि यमराज से भाई को बचाने के लिए ऐसा किया जाता है. यहां इसे लेकर कुछ कहानियां भी सुनाई जाती हैं, जिनमें बताया जाता है कि यमराज एक बार एक ऐसे शख्स को लेने आया था जिसकी बहन ने उसे कभी श्राप नहीं दिया. इसके बाद बहनों ने अपने भाइयों की रक्षा के लिए इस मान्यता को मानना शुरू कर दिया. तभी से ये समुदाय राखी के त्योहार पर भाई को श्राप देने वाली इस मान्यता का पालन करता है. 


राखी के त्योहार को लेकर ऐसी ही कई अलग-अलग और अजीबोगरीब मान्यताएं हैं. जिन्हें आज तक फॉलो किया जा रहा है. इसके अलावा कई ऐसी कहानियां भी खूब सुनाई जाती हैं, जिनमें बहन की राखी के लिए भाइयों ने कई तरह की कुर्बानी दे दी. 


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