अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर की तैयारियां खूब जोरों पर हैं. इसी महीने यानी जनवरी की 22 तारीख को रामलाल का प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है. राम मंदिर  प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की तमाम दिग्गज हस्तियां भी शिरकत करेंगी. वहीं श्रद्धालुओं को भी इस पावन अवसर को देखने का मौका मिलेगा. अयोध्या में बना रहे हैं इस राम मंदिर को बड़े ही शानदार तरीके से बनाया जा रहा है. पूरे मंदिर के निर्माण में लोहे का एक टुकड़ा तक इस्तेमाल नहीं किया गया है. मंदिर को एक खास तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया जा रहा है. 


राम मंदिर में लोहा नहीं हो रहा इस्तेमाल


इतनी लंबे अरसे बाद अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है. इसीलिए इसके निर्माण में काफी बारीकी से हर एक चीज को किया जा रहा है. बता दें कि मंदिर में लोहे का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया गया है. ना ही मंदिर में कहीं सीमेंट का प्रयोग किया गया है. पकवान श्री राम का यह मंदिर पूरी तरह से पत्थरों से बनाया गया है. पत्थरों को जोड़ने के लिए इसमें तांबे का इस्तेमाल किया गया है. बता दें कि राम मंदिर में जो भी पत्थर लगाए जा रहे हैं उन सभी पत्थरों की पहले लैब टेस्टिंग कर रही गई है. ताकि उनकी मजबूती का अंदाजा भी लगाया जा सके और अलग-अलग परिस्थितियों में ही है संभालने के लायक बन रहे.


खास टेक्निक का हो रहा इस्तेमाल


अयोध्या में बनाए जा रहे हैं भव्य राम मंदिर में कई सारी विशेषताएं इसमें लोहे का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इसके साथ ही इसके ऊपर कंक्रीट भी नहीं बिछाई जा रही है. मंदिर में नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. इसमें 14 मीटर मोटी रोलर कंपैक्टेड कंक्रीट यानी आरसीसी बिछाई गई है. इसी से आर्टिफिशियल चट्टान बनाई गई है. नमी से बचने के लिए मंदिर का प्लिंथ ग्रेनाइट से बनाया गया है. मंदिर की डिजाइन की बात करें तो इस पारंपरिक और नगर शैली में बनाया जा रहा है.


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