Interesting facts: सब्जियां खाना सेहत के बहुत लाभकारी होता है. है सब्जी के अलग-अलग गुण होते हैं. ये हमारे शरीर में अलग-अलग जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करती हैं. हालांकि, ज्यादातर सब्जियां हरी होती हैं, लेकिन कुछ के रंग अलग होते हैं. जैसे गाजर, टमाटर और लाल मिर्च. ये तीनों तीनों ही रोजमर्रा में काम आने वाली सब्जियां, सलाद या मसाला हैं. तीनों में एक बात कॉमन है. इन तीनों का रंग लगभग लाल है. रंग एक जैसा होने के बावजूद ये तीनों स्वाद में एक दूसरे से काफी अलग हैं. यहां तक कि जहां गाजर का स्वाद मीठा होता है, वहीं लाल मिर्च का स्वाद इसके उलट तीखा होता है. एक जैसा रंग होने के बाद भी आखिर इनके स्वाद में इतना अंतर क्यों है? आइए जानते हैं इसके पीछे क्या वजह है.


गाजर का रंग लाल क्यों?


कुछ लोग गाजर के रंग को गाजरी रंग भी कहते हैं. गाजर का सारा हिस्सा ही खाया जाता है. जोकि एक प्रकार की रूपांतरित जड़ है. गाजर अपने गाजरी रंग के अलावा हल्के लाल, बैंगनी और नारंगी रंग की भी होती हैं. अब अगर बात करें इसके रंग के बारे में, तो इसमें उपस्थित Beta Carotene पिगमेंट के कारण इसका रंग हल्का लाल होता है. इसी वजह से अंग्रेजी इसका नाम कैरेट (carrot) पड़ा है. 


गाजर का स्वाद मीठा क्यों?


अब इसके स्वाद की बात करें, गाजर का विशिष्ट स्वाद टेरपेनोइड्स( कार्बनिक पदार्थ) के कारण होता है. इसके अलावा कुछ प्राकृतिक शर्कराओं जैसे -ग्लूकोज ,सुक्रोज,  माल्टोज, फ्रुक्टोज आदि के कारण भी इसके स्वाद में मिठास होती है. 


टमाटर के रंग और उसके स्वाद का कारण


टमाटर फल है या सब्जी, इसको लेकर वैज्ञानिकों में मतभेद है. कोई इसे सब्जी बताता है और कोई फल. हालांकि, इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा सब्जी में मसाले के तौर पर किया जाता है. लाल रंग की इस सब्जी का स्वाद खट्टा होता है. टमाटर में पाए जाने वाले लाइकोपीन नामक पिगमेंट के कारण इसका रंग लाल होता है. जबकि इसका खट्टापन इसमें पाए जाने वाले ऑक्जेलिक एसिड के कारण होता है. 


लाल मिर्च में तीखापन क्यों?


बात अगर लाल मिर्च के रंग के करें तो इसमें पाए जाने वाले Capsanthin नामक पिगमेंट के कारण इसका रंग सुर्ख लाल होता है. जबकि इसका तीखापन capsasin के कारण होता है. 


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