इजरायल हमास जंग के बाद अब हुती विद्रोहियों की वजह स रेड सी चर्चा में है. दरअसल, हुती विद्रोहियों ने गाजा के प्रति समर्थन में रेड सी में कई जहाजों पर हमला किया. उन्होंने कई कॉर्मशियल जहाजों को अपना निशाना बनाया, जिसमें भारत के गुजरात आने वाली एक जहाज भी शामिल थी. ऐसे में आज जानते हैं कि आखिर ये रेड कहां है और भारत से कितना दूर है. साथ ही जानते हैं कि इस खास जगह को रेड सी क्यों कहा जाता है, क्या यहां का पानी काले कलर का है. तो जानिए इससे जुड़ी हर एक बात...
हुती विद्रोही क्यों कर रहें हमला?
सबसे पहले आपको बताते हैं कि आखिर हुती विद्रोही ऐसा क्यों कर रहे हैं. दरअसल, उनका कहना है कि वे गाजा पट्टी में इजरायली आक्रमण को रोकने के लिए इजरायल और उनका समर्थन करने वाले हर जहाज को निशाना बना बनाएंगे. ऐसे में उन्होंने कई देशों के जहाज को निशाना बनाया और मिसाइल अटैक किए. हालांकि, अब अमेरिकी सेना ने रेड सी में स्थित हूती विद्रोहियों की ओर से दागे गए एक दर्जन से अधिक ड्रोन और कई मिसाइलों को मार गिराया.
क्या है रेड सी?
दरअसल, जैसा नाम से लग रहा है, वैसी इसकी कहानी है. इसे हिंदी में लाल सागर या लाल समुद्र कहते हैं. ये भूमध्य सागर के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित है. इसकी शुरुआत स्त्रैट ऑफ होर्मूज के मध्य से है और ये अरब सागर से जुड़ा हुआ है. लाल सागर का क्षेत्रफल कुल लगभग 438,000 वर्ग किलोमीटर है और ये सऊदी अरब, इरित्रिया, इज़राइल, यमन, जिबूती, सुदान, और मिस्र जैसे देशों से घिरा हुआ है.
लाल सागर का नाम इसके प्राचीन ग्रीक नाम, इरिथ्रा थलसा का अनुवाद है. हालांकि, कुछ यूरोपीय भाषाएं ही "लाल" का उल्लेख करती हैं. हिब्रू में इसे यम सुफ या रीड्स का सागर कहा जाता है और मिस्र में इसे "ग्रीन स्पेस" कहा जाता है. लाल सागर, सभी समुद्रों में सबसे अधिक खारा समुद्र है, बिना किसी नदी का समुद्र माना जाता है. इसमें पाए जाने वाले ट्रिकोडेस्मियम एरिथ्रेयम नामक सायनोबैक्टीरिया की वजह से इसके पानी का रंग लाल और भूरा है.
यह इसलिए भी खास है, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग है, जो भूमध्य पूरब की ओर से उत्तरी और पश्चिमी दुनिया के साथ जुड़ा है. इसका उपयोग व्यापार, नौसेना गतिविधियों, और विभिन्न देशों के बीच राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों के लिए होता है. यह एक समुद्री क्षेत्र है जो अनेक देशों के बीच सीमा बनाता है और इसलिए इसका राजनीतिक और आर्थिक महत्व बहुत अधिक है.
इसका एनर्जी सेक्टर में महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि इसका समुद्री इलाका दुनिया भर में व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है और इसमें समुद्री खनिज, तेल, और गैस संसाधनों की अधिकता होती है. लाल सागर का मौसम अनुकूलन होता है और मछलियाँ, कोरल रीफ, और अन्य समुद्री जीव मिलते हैं. इसके आस-पास जेद्दा, अल खोबार, अल-बहा, हुर्गड़ा जैसे बड़े शहर हैं, जो व्यापार के लिए प्रसिद्ध हैं.
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