इस देश में घूमने आए पर्यटकों को खुद राष्ट्रपति कराते हैं सैर, इंडिया के एक परिवार से भी कम है इसकी कुल जनसंख्या
आपको अगर अपने देश के राष्ट्रपति से मिलना है तो क्या करना पड़ेगा? सरकार से परमिशन लेनी पड़ेगी. अगर अनुमति मिल गई तो ठीक, वरना नहीं मिल पाएंगे. इस देश में तो पर्यटकों को खुद राष्ट्रपति सैर कराते हैं.

Republic of Molossia: भारत में अगर कोई विदेशी घूमने आता है तो उसे अलग-अलग तरह के नियमों का पालन करना पड़ता है. अभी हाल ही में इंडिया ने कनाडा से आने वाले नागरिकों के वीजा को बैन कर दिया था. यानी अगर अब कोई कनाडा का व्यक्ति भारत आना चाहता है तो उसे अनुमति नहीं मिलेगी. दूसरे देश के लोग भारत आ सकते हैं, लेकिन उन्हें यहां के राष्ट्रपति से मिलने की अनुमति मिल जाए, यह जरूरी नहीं है. आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने वाले हैं, जहां घूमने आए पर्यटकों को खूद वहां के राष्ट्रपति सैर कराते हैं. उनका स्वागत करते हैं. यह देश अमेरिका में आता है.
पर्यटकों को खुद राष्ट्रपति कराते हैं सैर
केविन बॉघ एक स्व-घोषित राष्ट्र रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया का दावा करते हैं. यह अमेरिका में नेवादा के पास स्थित है. 30 मनुष्यों और 4 कुत्तों सहित कुल 34 प्रजातियां इस छोटे से राष्ट्र की सीमा के भीतर रहती हैं और इसकी अपनी करेंसी वलोरा भी है. 2.28 एकड़ भूमि में फैले बैंक ऑफ मोलोसिया में पूरे सिस्टम को चलाने के लिए चिपके हुए सिक्कों और मुद्रित नोटों का उपयोग किया जाता है. इस स्वघोषित देश में कुत्तों को भी नागरिकता मिलती है. तानाशाह केविन बोग, जिनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं, हमेशा सैन्य पोशाक में नजर आते हैं. वह स्वयं को स्वतंत्र देश का शासक मानता है और सीमा पर आने वाले पर्यटकों का स्वागत करता है.
युद्ध लड़ चुका है यह देश
1990 के दशक में मोलोसिया गणराज्य ने भी पूर्वी जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी. 2006 में मोलोसिया गणराज्य एक अन्य माइक्रोनेशन, मोस्टाचेस्टन के साथ युद्ध में था, जिसमें केविन बॉघ की जीत हुई और सजा के रूप में मुस्टाचेस्टन के शासक को जुर्माना देना पड़ा. 2010 में इस छोटे से 'देश' का दूसरे माइक्रोनेशन के साथ युद्ध हुआ था. मोलोसिया गणराज्य ने अपना राष्ट्रगान दो बार बदला है. इसका झंडा नीले, सफेद और हरे रंग के तिरंगे डिजाइन में है.
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