साल 2017 में दक्षिण अमेरिका के सुदूर क्षेत्र में कुछ किसानों को ऐसे जीवों की ममी मिली थी, जो इंसानों की कल्पना के अनुसार, एलीयन जैसे थे. पूरी दुनिया में ये चर्चा थी कि दक्षिण अमेरिका में एलियन के ममी मिल गए हैं.


हालांकि, इसी साल जनवरी में जब पेरू के अभियोक्ता कार्यालय के फोरेंसिक एक्सपर्ट ने इनकी जांच की तो कहा कि नाजका इलाके में पाई गई ये ममी कागज़, गोंद, धातु और मानव और जानवरों की हड्डियों से बनी थीं. लेकिन अब इन्हीं ममी पर किए गए एक नए शोध में कहा गया है कि ये एक जैविक जीव थे. अब सवाल उठता है कि अगर ये एक जैविक जीव थे, तो ये कौन थे. क्या ये इंसानों की एक नई प्रजाति थी. या फिर ये सच में दूसरी दुनिया से आए एलियन थे. चलिए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.


किस तरह की ममी है ये


साल 2017 में जब ये ममी मिले तो इन पर किए गए रिसर्च में सामने आया कि इन जीवों की खोपड़ी लंबी थी और इनके हाथों में तीन ही उंगलियां थीं. वहीं बाद में इन ममी को लेकर कहा गया कि ये इस ग्रह के जानवरों की हड्डियों से और आधुनिक सिंथेटिक गोंद को मिलाकर बनाई गए एक पुरानी गुड़िया है. लेकिन अब पेरू के इका में जो शोध हुए हैं, उन्होंने पुरानी रिसर्च से हटकर बातें कहीं हैं. यही वजह है कि दुनिया अब नए रिपोर्ट्स के बारे में पढ़ कर हैरान है.


नई रिसर्च क्या कहती है


नई रिसर्च पेरू के इका में मौजूद वैज्ञानिक संस्थान सेंट एलॉयसियस गोंजागा नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है. इस रिसर्च के रिपोर्ट के अनुसार, ये नमूने कोई गुड़िया नहीं, बल्कि इंसानों की तरह मानवीय हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि इन जीवों की आंखें नहीं हैं. इनका सिर इंसानों की तुलना में बहुत बड़ा है.


वहीं कान छोटे या न के बराबर हैं. जबकि बाल भी इनके शरीर पर बेहद कम है. कुल मिलाकर कहें तो टोमोग्राफिक इमेजिंग विश्लेषण से पता चला है कि नमूना एक मानव जैसा शरीर है जिसकी जैविक संरचना इंसानों के समान है. हालांकि, वैज्ञानिक अभी ये नहीं कह सकते कि ये ममी एलियन की है या फिर इंसानों की एक नई प्रजाति है. इसके बारे में अभी आगे और भी शोध होंगे. इसके बाद ही पता चल पाएगा कि ये जीव धरती पर ही पाए जाते थे या फिर ये धरती पर कहीं बाहर से आए थे.


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