Benifits of Baldness: इंसान के लुक में चार चांद लगाने के लिए बालों का अहम किरदार रहता है. बाल शरीर का वो हिस्सा है जो किसी का भी ध्यान सबसे ज्यादा आपकी और आकर्षित करते हैं. लेकिन, दुनिया में बहुत से लोगों को बालों से जुड़ी समस्याएं रहती हैं. बालों को बचाने और उनको उगाने के लिए लोग तरह-तरह के नुस्खे भी अपनाते हैं. बालों से जुड़ी समस्याएं नई नही हैं, पुराने जमाने से ही लोग अपने बालों को बचाने के लिए तरह-तरह की तरक़ीबें आज़माते आ रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि रोम के राजा जूलियस सीज़र ने भी अपने गंजेपन को दूर करने के लिए ना जाने कितने नुस्खे आजमाए थे. कहा जाता है कि जब जूलियस सीज़र मिस्र की राजकुमारी क्लियोपेट्रा से मिले तो वो पूरी तरह गंजे थे. तब क्लियोपेट्रा ने भी उन्हें गंजेपन को दूर करने का कोई नुस्खा बताया था.
सालों बीत गए, लेकिन आज भी गंजेपन की समस्या बहुत से लोगों के लिए फिक्र बनी हुई है. फर्क सिर्फ इतना है कि अब लोग घरेलू नुस्खों से आगे बढ़कर महंगे शैम्पू, क्रीम, टॉनिक, दवाओं और सर्जरी आजमा रहे हैं. एक अंदाज़े के मुताबिक़ हर साल गंजेपन के इलाज पर पूरी दुनिया में लोग क़रीब साढ़े तीन अरब डॉलर का खर्चा करते हैं. यह रकम मैसेडोनिया जैसे देश के लिए सालाना बजट के बराबर है. बहरहाल, जिन लोगों के बाल खत्म होने लगे हैं उनके लिए ख़ुशख़बरी है. एक रिसर्च में सामने आया है कि गंजे लोग ज़्यादा समझदार, रसूख वाले होते हैं और वो लंबे समय तक जीते हैं. यहां तक कि रिसर्च में यह भी कहा गया है कि गंजे लोगों में महिलाओं को लुभाने की क्षमता भी ज़्यादा होती है.
क्यों होता है गंजापन?
गंजापन क्यों होता है इसे लेकर सबकी राय अलग-अलग रही है. प्राचीन रोम में ज़्यादातर फौजियों के सिर पर बाल न होने के लिए मेटल के भारी हेलमेट को ज़िम्मेदार माना जाता था. बाद में एक थ्योरी ने गलत तरह से बाल कटाने या खुश्की आने को गंजापने की वजह बताया. 1897 में एक फ्रेंच डर्मेटोलॉजिस्ट ने कहा कि कंघे को इस्तेमाल करने से पहले पानी में उबालकर साफ़ कर लेना चाहिए और जिसे गंजापन हो उसके कंघे को किसी और को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
महिलाएं होती हैं आकर्षित!
अमरीका के फ्लोरिडा की बैरी यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक फ्रैंक मुस्कारेला के अनुसार, बहुत-सी रिसर्च में यह पाया गया है कि जिन मर्दों के बाल नहीं होते उनकी तरफ़ औरतों का झुकाव भी कम होता है. क्योंकि महिलाएं को ऐसे मर्दों को बूढ़ा समझती हैं. जबकि ऐसे लोग जो गंजे होते हैं, लेकिन उनकी हाई प्रोफ़ाइल होती हैं उनकी ओर महिलाएं ज्यादा आकर्षित होती हैं.
गंजे लोगों को समझा जाता है समझदार
2004 में मुस्कारेला ने एक प्रयोग किया. उन्होंने कम गंजे, पूरी तरह से गंजे और बालों वाले मर्दों की एक फोटो खिंचवाई. फिर ये तस्वीरें मनोविज्ञान की पढ़ाई कर रहे 101 लड़के और 101 ही लड़कियां को दिखाई गई. आपको जानकर हैरानी होगी कि गंजे लोगों की फोटो को देख कर लोगों ने उन्हें ज़्यादा समझदार, ऊंचे तबक़े का, मददगार, ईमानदार और ज़्यादा पढ़ा लिखा समझा.
गंजेपन के फायदे भी होते हैं!
गंजेपन से कुछ नुकसान है तो इसके फ़ायदे भी हो सकते हैं. गंजे लोगों को विटामिन डी ज्यादा मिलता है, क्योंकि गंजे लोगों पर धूप का असर ज़्यादा होता है. हंगरी की इस्तवान यूनिवर्सिटी के पीटर कबाई बताते हैं कि हज़ारों साल पहले यूरोप के लोगों में गंजापन ज्यादा था इसीलिए उन्हें ज़्यादा धूप मिलती थी.
कैंसर से बचाव में मददगार
कई रिसर्च में सामने आया है कि गंजापन कैंसर से बचाव करने में आपकी मदद कर सकता है. एक रिसर्च में सामने आया है कि गंजेपन से प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम 29% कम हो जाता है. इसके अलावा भी यह कई अन्य कैंसर के जोखिमों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है.
स्ट्रेस होता है कम
झड़ते बाल और गंजापन आपके लिए मानसिक तनाव का प्रमुख कारण हो सकता है. लेकिन, अगर आप पहले से ही गंजे हैं तो आपको इसकी चिंता ही नही रहती. इस प्रकार आपको तनाव से मुक्ति मिल सकती है. गंजेपन की जिंदगी जीने वाले तनाव मुक्त होते हैं.
कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि गंजे होकर मर्द विकास की राह में तेज़ी से आगे बढ़ते हैं. अच्छी गर्लफ्रैंड मिलने में गंजापन उनके लिए मददगार हो सकता है. तो अब आप भी गंजेपन से परेशान होना बंद कर दीजिए, क्योंकि गंजे भी स्मार्ट होते हैं.
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