कई जानवर ऐसे होते हैं, जिनके बॉडी पार्ट्स की काफी डिमांड रहती है और इस वजह से इनकी कीमत काफी ज्यादा है. हालांकि, जानवरों के बॉडी पार्ट्स की डिमांड बढ़ने से उनकी तस्करी के मामले भी काफी बढ़ गए हैं और उन जानवरों की हत्याएं भी लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसी ही कुछ कहानी गैंडे के सींग की है, जो बाजार में काफी महंगे दामों में बिकता है. इस वजह से गैंडों के मारने के केस भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब सवाल है कि आखिर गैंडे के सींग में ऐसा क्या होता है, जिस वजह से ये इतना महंगा बिकता है. तो जानते हैं इस सवाल का जवाब और साथ ही जानते हैं कि आखिर गैंडे का एक सींग कितने रुपये में बिक जाता है....


गैंडों के सींग की वजह से पिछले कुछ सालों में गैंडों की हत्याएं की गई है. वैसे गैंडों के सींग काटने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती है, ये शरीर के बाल या नाखून की तरह ही है, लेकिन सींग पाने के चक्कर में लोग इनकी हत्या कर देते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले दशक में 100 से ज्यादा गैंडों की हत्या के मामले सामने आए हैं और हर साल अभी भी गैंडों की हत्याएं की जा रही हैं. इन हत्याओं को रोकने के लिए सरकार और कई अलग-अलग संगठनों की ओर से कदम उठाए गए हैं. इसके अलावा एक वर्ग गैंडों के सींग के बिजनेस को लीगल करने की डिमांड भी कर रहा है.


कितना महंगा होता है सींग?


अब जानते हैं कि आखिर सींग कितना महंगा है, जिस वजह से गैर-कानूनी रूप से लोग इसे खरीदने-बेचने का काम करते हैं. अगर इसकी कीमत की बात करें तो कई रिपोर्ट्स के अनुसार इसे एक लाख डॉलर प्रति किलो के हिसाब से भी बेचा जा रहा है. मतलब सींग को करीब 80 लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है. अगर सींग का वजन ज्यादा है तो एक सींग की कीमत 1 करोड़ से भी ज्यादा हो सकती है. 


क्यों महंगा होता है सींग?


अब आपको बताते हैं कि आखिर ये सींग इतना महंगा क्यों होता है. दरअसल, हाथी के दांत तो लग्जरी की वजह से महंगे होते हैं, लेकिन गैंडे के सींग की कहानी कुछ और है. गैंडे के सींग में केराटिन होता है और केराटिन की वजह से इसे  काफी महंगा बेचा जाता है. केराटिन का अलग अलग चीजों में इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें दवाइयां भी शामिल हैं. 


ये भी पढ़ें- शराब में कोल्ड ड्रिंक मिलाकर पीने वालों के लिए जरूरी खबर... ध्यान दें, वरना हो सकती हैं ये बीमारियां!