Curd Tips: जब आप किसी दुकान से दही लेने जाते हैं तो वह मिट्टी के बर्तन में से दही निकालता है. क्या आपने गौर किया है कि वो मिट्टी के बर्तन में ही दही क्यों जमाता है? दरअसल, मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के कई फायदे होते हैं जिनसे हम अनजान हैं. यही कारण है कि हम घर पर स्टील आदि के बर्तन में दही जमाकर इन फायदों को खो देते हैं. मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के इन फायदों को जानने के बाद आप घर पर भी इसी तरह की दही जमा सकते हैं. लेकिन उसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है. आइए जानते हैं मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के राज को...


दही से मिलने वाले फायदे
कई डॉक्टर्स बताते हैं कि दही खाने से शरीर की पाचन शक्ति में सुधार होता है और इससे शरीर को विटामिन बी-12, बी-6, आयरन, कैल्शियम आदि कई पोषक तत्व मिलते हैं. दही में हमारे पेट के लिए बहुत लाभकारी होती है.


दही जमाने का सही समय
बहुत से लोगों का मानना है कि दही को सुबह के समय जमाकर शाम को नहीं खाना चाहिए. क्योंकि, इससे दही में गाढ़ापन और मिठास कम बन पाते है. गर्मियों के मौसम में आप शाम 4-5 बजे के करीब दही जमा सकते हैं, जिससे रात के 10-11 बजे तक आपकी दही जमकर तैयार हो जाएगी. लेकिन अभी यह इसे खाने का समय नहीं है. अब इस दही को फ्रिज में रख दें. अगले दिन आपको मीठी और गाढ़ी दही जमी मिलेगी. गौरतलब है कि सर्दियों के मौसम में दही जमने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है.


मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के फायदे
मिट्टी के बर्तन में दही जमाने से आपको निम्नलिखित फायदे प्राप्त होते हैं. जैसे



  • अगर आप मिट्टी के बर्तन में दही जमाते हैं तो यह गाढ़ी जमती है. क्योंकि, दही का अतिरिक्त पानी मिट्टी सोख लेती है.

  • दही जमाने के लिए उसका सही तापमान में होना बहुत जरूरी है. मिट्टी का बर्तन सामान्य तापमान बनाने में मदद करता है. इससे बाहर के तापमान में उतार-चढ़ाव का दही पर कोई असर नहीं पड़ता है.

  • मिट्टी के बर्तन में दही जमाने से उसमें मिट्टी का फ्लेवर भी आ जाता है जोकि उसे और स्वादिष्ट बना देता है.

  • मिट्टी में मौजूद आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, सल्फर जैसे कई नैचुरल मिनरल्स दही में चले जाते हैं. जिससे दही और स्वास्थ्यवर्धक हो जाती है.

  • दही एल्कलाइन नेचर की होती है, जिससे मिट्टी के बर्तन में दही मीठी जमती है.


यह भी पढ़ें -


Cardiac Arrest: वर्ष 2022 में बढ़ गए हार्ट अटैक से मौत के मामले, नए साल में दिल के इन खतरों से जरा संभलकर रहिए