How To Overtake: हर किसी को खुद की कार से सफर करना पसंद है. देश में फोर व्हीलर की संख्या बढ़ रही है. गाड़ी रखने के साथ अच्छे से ड्राइव करना आना बहुत जरूरी है. अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को सही तरीके से ओवरटेक करना नहीं आता है. ओवरटेक करते समय छोटी-सी गलती, किसी दुर्घटना का कारण बन सकती है. इसलिए ओवरटेक करते समय बहुत सावधानी रखनी चाहिए. आइए जानते हैं ओवरटेक करने का सही तरीका क्या होता है और आपको इस समय अपनी गाड़ी को किस गियर में रखना चाहिए.


जोखिम भरा होता है ओवरटेक?


जहां 1 से ज्यादा लेन होती हैं, तो ऐसी सड़क पर आप राइट लेन के खाली होने पर आसानी से ओवरटेक कर सकते हैं. ऐसी सड़कों पर ज्यादा समस्या नहीं होती है. लेकिन, अगर आप किसी सिंगल लेन रोड पर चल रहे हैं, जहां आने-जाने के लिए सिर्फ 1 ही लेन है, तो यहां ओवरटेक करना थोड़ा पेचीदा होता है. क्योंकि, ऐसी सड़कों पर दुर्घटना से बचने लिए आपको ओवरटेक करके बहुत जल्द वापस अपनी लेन में आना होता है.


ओवरटेक के लिए होती है अधिक RPM की जरूरत


सिंगल लेन वाली रोड पर ओवरटेक करते समय आपको गियर डाउनशिफ्ट करने पड़ सकते हैं. क्विक ओवरटेक के लिए गाड़ी को ज्यादा टॉर्क की जरूरत होती है, जिससे अधिक RPM पर मिलता है. क्योंकि, बड़े गियर पर गाड़ी लोअर RPM में चल रही होती है और ओवरटेक करते समय ज्यादा RPM की जरूरत होती है.


ऐसे करना चाहिए ओवरटेक


मान लीजिए, आप अपनी कार फोर्थ गियर में 60 किमी/घंटा की रफ्तार से चला रहे हैं. अगर आप इसी गियर में गाड़ी को एक्सीलेरेट करेंगे, तो स्पीड पकड़ने में कार को थोड़ा समय लग सकता है. ऐसे में ओवरटेक करने का समय खतरा बढ़ सकता है. अगर आप कार को फोर्थ से थर्ड गियर में शिफ्ट करके ओवरटेक करेंगे तो जल्दी ओवरटेक कर पाएंगे.


इन गाड़ियों में नहीं होती डाउनशिफ्ट की जरूरत


ज्यादा इंजन कैपेसिटी की कारों में ऐसा करने की जरूरत कम पड़ती है, लेकिन अधिकतर मामलों में जरूरत होती ही है. इसके अलावा डीजल इंजन और टर्बो चार्ज पेट्रोल इंजन में लोअर आरपीएम पर भी बढ़िया टॉर्क मिल जाता है. इसीलिए ऐसी कारों में भी डाउनशिफ्ट की जरूरत कम ही पड़ती है. इसके अलावा ओवरटेक करते समय लाइट जलाकर सिग्नल पास भी देना चाहिए.


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