राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक जाम और सड़क हादसों की स्थिति सभी लोग जानते हैं. लेकिन इस बार दिल्ली से एक राहत की खबर आई है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें रोड एक्सीडेंट की घटनाओं का विश्लेषण किया है. इस रिपोर्ट में पाया कि इस साल जनवरी में पिछले साल की तुलना में दिल्ली की सड़कें ज्यादा सुरक्षित थी. जानिए दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में क्या है.
दिल्ली पुलिस ने क्या कहा
दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल जनवरी की तुलना में इस साल घातक दुर्घटनाओं में 15% की कमी आई है. वहीं बिना किसी चोट के एक्सीडेंट में 36.4% की कमी आई है. हिट-एंड-रन के मामले और अज्ञात वाहनों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में भी इस साल कमी आई है.
दिल्ली में इस साल कितने हुए हादसे?
रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी महीने में पिछले साल 50 दुर्घटनाओं की तुलना में इस बार 47 हिट-एंड-रन की घटनाएं हुई हैं. वहीं अज्ञात वाहनों से होने वाली मौतों की संख्या 51 से घटकर 47 हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर साधारण दुर्घटनाएं दिन में हुईं, जबकि घातक दुर्घटनाएं रात में ज्यादा हुई. वहीं दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों से पता चलता है कि इस महीने 97 दुर्घटनाओं में 99 मौतें हुई, जबकि पिछले जनवरी में 114 घातक दुर्घटनाओं में 116 मौतें हुई थी. वहीं इस साल 394 लोग घायल हुए जबकि पिछले साल 423 लोग घायल हुए थे.
कार और ट्रक से कितनी दुर्घटना
इसके अलावा भारी वाहन और माल वाहनों से इस जनवरी में 9 घटनाओं में 10 लोगों की मौत हुई है. जबकि पिछले साल इतनी ही संख्या में दुर्घटनाओं में 14 मौतें हुई थी. बता दें कि 16 रोड एक्सीडेंट कार से हुए, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई है, ये आंकड़ा पिछले साल के आंकड़ों के बराबर है.
पुलिस ने क्या कहा
स्पेशल सीपी (ट्रैफिक) एचजीएस ढल्लीवाल ने बताया कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दिन और रात दोनों समय हादसों को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं. उन्होंने कहा कि इस विश्लेषण का लक्ष्य दुर्घटना संभावित इलाकों में जोखिम कारकों की पहचान करना था. ढल्लीवाल ने जोर देकर कहा कि सड़क हादसों से सार्वजनिक स्वास्थ्य और समाज पर गंभीर परिणाम होते हैं, जो अस्पताल में भर्ती, विकलांगता और मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से एक है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस यातायात के कुशल और सुरक्षित प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. वहीं शहर की सड़कों पर दुर्घटनाओं को कम करने और ट्रैफिक कानूनों को लागू करने की दिशा में काम करती है.
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