दुनिया तेजी से बदल रही है. तकनीक इतनी तेजी से विकसित हो रही है कि अब रोबोट कई क्षेत्र में इंसानों की जगह ले रहे हैं. हाल ही में ऐसा मेडिकल क्षेत्र में हुआ. दरअसल, अमेरिका के एक हॉस्पिटल में एक मरीज के दोनों किडनी का ट्रांसप्लांट रोबोट समर्थित प्रक्रिया के जरिए हुआ. यानी इस ट्रांसप्लांट में रोबोट और डॉक्टर्स दोनों ने मिल कर काम किया. अब ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठना लाजमी है कि क्या आने वाले समय में डॉक्टरों की जगह रोबोट ही लोगों के ऑपरेशन करेंगे.
अमेरिका में कहां हुआ ये
ये कारनामा अमेरिका के राज्य ओहियो के शहर क्लीवलैंड में हुआ. यहां की रहने वाली 70 साल की जोआन कुकुला की दोनों किडनी खराब हो चुकी थीं. उनका ट्रांसप्लांट होना था. कुकुला सर्जरी के लिए जब क्लीवलैंड क्लिनिक में डॉक्टर मोहम्मद एल्टेमामी और उनकी टीम से मिलीं तो उन्हें बताया गया कि उनकी सर्जरी के दौरान ये टीम कुछ ऐसा करने वाली है जो मानव इतिहास के लिए एक मिसाल बन जाएगा.
रोबोटिक सर्जरी क्यों जरूरी
इंसानों के शरीर में कई ऐसी जगहें होती हैं, जहां इंसान के जरिए सर्जरी करने वाले औजार आसानी से नहीं पहुंच पाते. लेकिन रोबोट ऐसा चुटकियों में कर लेता है. इसके अलावा रोबोटिक सर्जरी पूरी तरह से प्लान होती है और वह सब कुछ डाटा के आधार पर करता है तो उसमें गलती होने के चांस ना के बराबर रहते हैं. इसके अलावा रोबोटिक सर्जरी में मरीज का खून भी कम बहता है और चीर फाड़ भी बेहद कम होती है.
दिल्ली में भी हुई थी ऐसी सर्जरी
ऐसा नहीं है कि इस तरह की सर्जरी सिर्फ अमेरिका में ही हुई है. पिछले साल देश की राजधानी दिल्ली के एक हॉस्पिटल में भी इस तरह की रोबोट समर्थित सर्जरी हुई थी. सबसे बड़ी बात की ये सफल सर्जरी थी और इसके द्वारा दिल्ली के ही रहने वाले एक 32 साल के लड़के को बचाया गया था. दरअसल, इस मरीज को ब्लॉक्ड यूरेटर की दिक्कत थी और इस वजह से इस लड़के कि किडनी संक्रमित होने लगी थी. तीन घंटों तक चली इस सर्जरी में मरीज का खून भी बेहद कम बहा और शरीर में चीर फाड़ भी कम हुई.
भविष्य के लिए बेहतर
डॉक्टरों का मानना है कि इस तरह की सर्जरी अगर सफल रहीं तो आने वाले कई सर्जरी में रोबोट का इस्तेमाल किया जा सकेगा. इससे ना सिर्फ लोगों की जल्दी सर्जरी होगी, बल्कि उनकी जिंदगी भी कम रिस्क में होगी. वहीं अगर आने वाले समय में टेक्नोलॉजी इतनी हाई हो जाए कि बिना डॉक्टरों के सिर्फ रोबोट सर्जरी करने में सफल रहे तो उन जगहों पर भी लोगों की सर्जरी आसानी से हो जाएगी जहां अच्छे सर्जन नहीं हैं. वहीं समय के साथ-साथ रोबोट समर्थित सर्जरी लोगों के लिए सस्ती भी होती जाएगी.
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