दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को अब 1 महीने से भी कम का समय बचा है. इस बीच आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह बुधवार की सुबह दिल्ली सीएम आवास पहुंचे थे, जहां पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया था. इससे पहले दिल्ली की सीएम आतिशी ने बीते मंगलवार को आरोप लगाया था कि उनसे सीएम का बंगला छिना गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुख्यमंत्रियों को बंगला कैसे अलॉट होता है. 


दिल्ली में सीएम बंगले को लेकर राजनीति तेज


आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज को बुधवार की सुबह सीएम आवास पहुंचे हैं. जहां पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया है. दरअसल आप पार्टी के नेता सीएम आवास को शीशमहल कहने और उन आरोपों का खुलासा करने और सीएम हाउस गए थे, जिसमें कहा गया था कि सीएम आवास में सोने का टॉयलेट, बार और स्विमिंग पूल है. वहीं पुलिस के रोकने के बाद आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन में बैठ गए हैं. इससे पहले सीएम आतिशी ने दावा किया था कि दूसरी बार उन्हें सीएम आवास नहीं दिया गया है और उन्हें आवास से बाहर निकाला गया है. 


दिल्ली में कौन करता है सीएम आवास अलॉट


बता दें कि राजधानी दिल्ली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों के बंगले का आवंटन करता है. अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद जब आतिशी ने मुख्यमंत्री पदभार संभाला था, तो पीडब्ल्यूडी ने उन्हें सिविल लाइन, 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास आवंटित किया था. लेकिन अब विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच मुख्यमंत्री आवास एक राजनीति मुद्द बन गया है, जिसको लेकर दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है. बीजेपी ने दावा किया है कि सीएम आतिशी को दो बार सीएम आवास आवंटित हो चुका है, लेकिन उन्होंने लिया नहीं है.


इन राज्यों में ये विभाग करता है मुख्यमंत्रियों को आवास आवंटन


सभी राज्यों में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए आवास आवंटन के लिए विभाग होते हैं. जैसे उत्तर-प्रदेश, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में राज्य संपति विभाग की जिम्मेदारी होती है। राज्य सपंति विभाग ही मुख्यमंत्री आवास से लेकर मंत्रियों के आवास का आवंटन करता है. 


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