ये बात कितनी सच है कि गर्म पानी के साथ रम पीने से खांसी ठीक हो जाती है?
सर्दी में अक्सर आपने सुना होगा कि गर्म पानी के साथ रम पीने से खांसी ठीक हो जाती है और अगर जुकाम में ऐसा कर लें तो जुकाम की दिक्कत भी नहीं रहती. तो जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है.
सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. ठंड के साथ ही क्रिसमस और न्यू ईयर की वजह से पार्टी टाइम भी आ गया है. अक्सर जब भी ठंड के वक्त शराब की बात होती है तो एक बात पर अक्सर चर्चा होती है कि अगर ठंड में गर्म पानी के साथ रम पी जाए तो ठंड नहीं लगती है. इसके अलावा कई लोगों का मानना होता है कि अगर गर्म पानी के साथ रम पी ले तो जुकाम और खांसी की दिक्कत से भी निजात मिल जाती है. हो सकता है कि आपने भी ये देसी नुस्खा सुना होगा, लेकिन कभी आपने ये पता करने की कोशिश की है कि क्या हकीकत में ऐसा होता है? तो जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है कि सर्दी में रम से काफी फायदा होता है...
क्या होती है रम?
पहले तो आपको बताते हैं कि आखिर रम क्या होती है. रम को ज्यादा अल्कोहॉल पर्सेंटेज की वजह से जाना जाता है. आम तौर पर रम में 40 फीसदी तक अल्कोहॉल होता है और इसके बनाने के लिए गन्ने के रस का किण्वन किया जाता है. ज्यादा अल्कोहॉल मात्रा होने की वजह से लोग इसे ठंड में पीना पसंद करते हैं. इसे लोग अपने हिसाब से ड्रिंक बनाकर पीते हैं.
क्या रम से खांसी जुकाम ठीक हो जाती है?
रम से खांसी-जुकाम ठीक होने के बारे में बताने से पहले आपको बता दें कि शराब आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही होती है. अब रही बात खांसी-जुकाम की तो, ऐसा एल्कोहॉल में ऐसा कुछ नहीं होता है, जो ये साबित करे कि इसके सेवन से खांसी-जुकाम ठीक हो सकता है. अब आपको हर एक तर्क के आधार पर इसकी सच्चाई बताते हैं...
एल्कोहॉल से कीटाणु मरते हैं- कई लोगों का कहना होता है कि एल्कोहॉल डिसइंफेंक्टेंट होता है और शरीर के अंदर जाने के बाद बैक्टीरिया आदि को मार देते हैं. लेकिन, सच यह है कि यह टॉपिकल डिसइंफेंक्टेंट होता है, जिसका मतलब है कि अगर किसी सरफेस पर कोई बैक्टीरिया है तो कुछ बैक्टीरिया को एल्कोहॉल से मारा जा सकता है. लेकिन, ऐसा नहीं है कि ये शरीर के बैक्टीरिया को मार दे.
एल्कोहॉल से कोल्ड ठीक होता है- कई लोगों का मानना होता है कि इसमें डिकॉन्गेस्टेंट तत्व होते हैं, जो जुकाम के लक्षण को खत्म करने का काम करता है. वैसे शराब से वासोडिलेशन होता है, जिससे रक्त वाहिकाएं चौड़ी हो जाती हैं और उससे बहती नाक आदि बिगड़ जाती है. वैसे जिन मेडिसिन में Pseudoephedrine होता है, उससे सभी लक्षणों में आराम मिलता है.
कफ सीरप में भी एल्कोहॉल होता है- कई लोगों का मानना होता है कि कफ सीरप में एल्कोहॉल होता है तो एल्कोहॉल से खांसी ठीक हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं है. कफ सीरप में जो एल्कोहॉल होता है, उसकी मात्रा काफी कम होती है और वो इसलिए मिलाई जाती है, क्योंकि कुछ तत्व पानी में घुल नहीं पाते हैं, ऐसे में एल्कोहॉल का सहारा लिया जाता है. इसलिए इसका मतलब ये नहीं है कि खांसी के लिए आप सीधे एल्कोहॉल का इस्तेमाल करने लगे.
वैसे आपको बता दें कि शराब से आपका इम्यून सिस्टम वीक होता है और इससे इंफेक्शन हावी होते हैं, जिसमें जुकाम भी शामिल है. इसलिए कहा जा सकता है कि कोल्ड आदि में शराब को दवाई के रुप में पीना सही नहीं है, अगर आपको दिक्कत है तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें.
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