एक ऐसी कैंडी जिसके बिना मोर्चे पर नहीं जा रहा कोई यूक्रेनी सैनिक
आपने कभी किसी ऐसी कैंडी का नाम सुना है जिसके बिना कोई सैनिक अपने मिशन पर जाने से ही मना कर दे, दरअसल यूक्रेन में एक ऐसी ही कैंडी चर्चाओं में है.
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Russia-Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच पिछले कई दिनों युद्ध चल रहा है. दोनों की सेना मोर्चे पर तैनात है, हालांकि यूक्रेनी सैनिक बिना एक कैंडी के मोर्चे पर जाने को तैयार नहीं हैं, ये कोई साधारण कैंडी नहीं बल्कि प्लास्टिक के डिब्बे में बंद एक खास तरह की कैंडी है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर इस कैंडी में ऐसा क्या खास है जिसके बिना यूक्रेनी सैनिक मोर्चे पर जाने को भी तैयार नहीं हैं? चलिए जान लेते हैं.
ये कैंडी मोर्चे पर ले जा रहगे यूक्रेनी सैनिक
दरअसल ये कैंडी कोई टॉफी या मिठाई नहीं बल्कि एक प्लास्टिक के छोटे से डिब्बा है. जो आसानी से एक हाथ में पकड़ा जा सकता है. इसमें एक स्क्रीन और एक एंटीना लगा होता है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये काफी सस्ता और हल्का उपकरण है लेकिन इसने काम ने यूक्रेन के सैनिकों को काफी प्रभावित किया है. यूक्रेन के सैनिक मोर्चे पर जाने से पहले इसके बिना आगे बढ़ने का नहीं सोच रहे हैं.
दरअसल ये एक ड्रोन डिटेक्टर है. यूक्रेनी भाषा में इसे सुकोरोक कहते हैं. इसके जरिए यूक्रेन की सेना रूस के हवाई जहाज, वायु रक्षा प्रणाली और बैलिस्टिक मिसाइलों को पहचान सकती है. यदि इसके जरिए यूक्रेन की सेना को रूस के किसी वायुयान के होने का एहसास हो जाता है तो वो समय पर कार्रवाई कर सकते हैं. ये उपकरण किसी भी ड्रोन की मौजूदगी की सूचना दे सकता है, जिससे सेना तुरंत अपनी स्थिति बदल सकती है.
क्यों नाम दिया गया कैंडी?
बीबीसी से हुई बातचीत में इसका ड्रोन डिटेक्टर का अविष्कार करने वाले दमित्री सेलन कहते हैं कि, ड्रोन डिटेक्टर सरल और सस्ता उपकरण होना चाहिए, जिसे हर सैनिक अपने साथ आसानी से रख सके और आसानी से ही इस्तेमाल भी कर सके. 'कैंडी' का पहला प्रोटोटाइप 2022 में बनाया गया था. उन्होंने बताया कि पहले प्रोटोटाइप के लिए वो किसी आम डिब्बे की तलाश में थे. उन्हें जो सबसे सही चीज दिखी वो प्लास्टिक का चीनी का डिब्बा था, इसी से इसका नाम निकला “कैंडी”. ये डिटेक्टर बहुत तेजी से यूक्रेन के सैनिकों में पॉपुलर हो गया और हर यूक्रेनी सैनिक इसका इस्तेमाल करने लगा. ये ड्रोन चारों दिशाओं में काम करता है.
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