Pakistan PM Salary Disclosed: पाकिस्तान में लोकतंत्र की स्थिति खतरे में है. लोकतंत्र को चलाने वाले अहम तत्व यानी जन प्रतिनिधि, अदालत और सैन्य बल आमने-सामने खड़े हैं. इस बीच Public Accounts Committee ने सत्ता और बड़े पद पर बैठे लोगों की सैलरी का खुलासा किया है. भारत के विपरीत, पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश को वहां के राष्ट्रपति से कई ज्यादा सैलरी मिलती है. रिपोर्ट में और भी कई अधिकारियों की सैलरी का खुलासा हुआ है.


किसने रिलीज किया डेटा


ANI ने The News International की एक रिपोर्ट के हवाले से पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों के सैलरी की जानकारी दी है. पाकिस्तान की Public Accounts Committee के अध्यक्ष नूर खान ने सैलरी के बारे में सूचित किया है. इसमें पाकिस्तान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश और मंत्री भी शामिल हैं. सैलरी पाकिस्तानी रुपये में बताई गई है. भारत का एक रुपया पाकिस्तान के 3.45 रुपये के बराबर है (18 मई, 2023). 


सबसे ज्यादा सैलरी किसे मिलती है


रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा सैलरी पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश को मिलती है. इसके बाद राष्ट्रपति की सैलरी आती है. जबकि पाकिस्तान में राष्ट्रपति सर्वोच्च पदाधिकारी होता हैं. चौंकाने वाली बात यह भी है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की सैलरी बाकी मंत्रियों से भी कम है. 



  • मुख्य न्यायाधीश - PKR 1,527,399

  • सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश - PKR 1,470,711

  • राष्ट्रपति - PKR 896,550

  • ग्रेड -22 अधिकारी - 591,475

  • संघीय मंत्री - PKR 338,125

  • प्रधानमंत्री - PKR 201,574

  • सांसद - PKR 188,000


कैसा है पाकिस्तान का संसद?


पाकिस्तान की संसद को मजलिस-ए-शूरा कहा जाता है. 1960 तक यह पाकिस्तान के कराची में थी. इसके बाद इसे पाकिस्तान के इस्लामाबाद में शिफ्ट किया गया था. पाकिस्तान और भारत में सांसद और मंत्रियों को चुनने की प्रक्रिया लगभग एक जैसी है. पाकिस्तान में भारत की तरह दो सदन होते हैं. निचले सदन यानी राष्ट्रीय असेंबली को कौमी असेंबली कहा जाता है. वहीं उच्च सदन यानी सीनेट को आइवान-ए बाला कहा जाता है. कौमी असेंबली में कुल 342 सीटें होती हैं. इनमें से 242 सीटें चुनाव के जरिए भरी जाती हैं और बाकी की 70 सीटें  महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं. सदस्यों का कार्यकाल 5 वर्ष होता है. आइवान-ए बाला में कभी डिजॉल्व नहीं होती है. भारत की तरह इसके सदस्य बदलते रहते हैं. इसके सदस्यों का कार्यकाल 6 साल होता है.



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