दिल्ली से लेकर संभल तक, कई जगह हैं जामा मस्जिद- आखिर इस नाम का मतलब क्या होता है?
Jama masjid: जामा मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के लिए बड़ी संख्या में इस्लाम धर्म को मानने वाले इकठ्ठा होते हैं और खुदा की इबादत करते हैं. चलिए बताते हैं कि जामा मस्जिद का मतलब क्या होता है.

Jama Masjid: उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित शाही जामा मस्जिद पिछले कुछ समय से सुर्खियों में बनी हुई है. कोर्ट के फैसले से इस मस्जिद में पुताई का काम शुरू हो गया है. देश के अंदर संभल के शाही जामा मस्जिद जैसे कई बड़े-बड़े मस्जिदें हैं. जामा मस्जिद का महत्व बाकी मस्जिदों से अधिक है. चलिए आपको बताते हैं कि दिल्ली से लेकर संभल तक देश के अलग-अलग हिस्सों में बनीं इन जामा मस्जिदों का मतलब क्या होता है और बाकी मस्जिदों से ये कितनी अलग होती हैं.
क्या होती है मस्जिद?
आपको जामा मस्जिद के बारे में बताएं, उससे पहले आप जान लीजिए कि मस्जिद क्या होती है. मस्जिद एक इस्लामिक उपासना स्थल होता है. इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग यहां खुदा की इबादत करने इकठ्ठा होते हैं. हालांकि मस्जिद सिर्फ एक इस्लामिक उपासना स्थल ही नहीं है बल्कि यह बल्कि इस्लामी संस्कृति, शिक्षा और सामुदायिक एकता का भी केंद्र भी है. मुस्लिम लोग यहां अपने पांच वक्त का नमाज अदा करते हैं. इस स्थान पर इकठ्ठा होकर वो एकजुट होकर समाज में भाईचारे को बढ़ावा देते हैं. कुछ मस्जिदों में इस्लामी शिक्षा, कुरान की तालीम और अरबी भाषा सिखाई जाती है और यहीं से गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता भी की जाती है.
कितनी अलग होती है जामा मस्जिद
मस्जिद हर एरिया में होती हैं, जहां मुस्लिम पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं तो जामा मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी जाती है. हर शुक्रवार को बड़ी संख्या में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग जामा मस्जिद में इकठ्ठा होते हैं और नमाज पढ़ते हैं. जामा मस्जिद, सामान्य मस्जिदों की तुलना में काफी बड़ी होती है. हर शहर में एक बड़ी मस्जिद होती है, जिसे जामा मस्जिद कहा जाता है. जामा मस्जिद का मतलब शहर की बड़ी मस्जिद या पुरानी मस्जिद होता है जहां बड़ी संख्या में लोग इकठ्ठा होकर इबादत करते हैं.
भारत की बड़ी जामा मस्जिदें
भारत में कई बड़ी और विशाल जामा मस्जिदें हैं, जिसमें दिल्ली की जामा मस्जिद का नाम पूरी दुनिया में मशहूर है. इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने 1650 ई. में शुरू कराया, जो 1656 ई. में पूरा हुआ. बताया जाता है कि इस मस्जिद के निर्माण में 1 मिलियन खर्च हुए थे. इसके अलावा संभल की जामा मस्जिद और आगरा की जामा मस्जिद भी काफी फेमस हैं.
इसे भी पढ़ें- इतने साल से अलग रह रहे थे चहल और धनश्री, जानें तलाक के लिए कितने साल अलग रहना होता है जरूरी
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

