यहां लगा दुनिया का सबसे बड़ा जाम, ये गाड़ियों का नहीं, लकड़ियों का जाम है! चारों तरफ हैं लकड़ी के लट्ठे
Biggest logjam: वैज्ञानिकों ने धरती पर सबसे बड़े लॉगजाम का पता लगाया है. लकड़ियों का ये जाम 20 अमेरिकी फुटबॉल ग्राउंड के जितना बड़ा बताया जा रहा है. जिसमें 7,300 टन कार्बन का भंडार है.
Logjam: अक्सर जब भी हम घर बाहर सड़क पर निकलते हैं, ट्रैफिक जाम में फंस जाते हैं. सड़कों पर लगा ट्रैफिक जाम तो आपने अक्सर देखा होगा. लेकिन क्या कभी आपने लकड़ियों का जाम देखा है? आपका जवाब होगा 'नहीं'. लकड़ियों के जाम को लॉगजाम कहते हैं. हाल ही में हुई कुछ रिसर्चेज के बाद विशेषज्ञों को दुनिया के सबसे बड़े लॉगजाम (Earth’s Largest Logjam) का पता लगा है और यह टनों कार्बन का भंडार भी है. आइए जानते हैं ये कहां और कैसे लगा है...
आखिर कैसे लगा इतना बड़ा लॉगजाम...?
Science Alert वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ये लॉग विशालकाय लॉगजाम जाम कनाडा के नुनावुट (Nunavut, Canada) में मैकेंजी रिवर डेल्टा (Mackenzie River Delta) पर मिला है और 51 वर्ग किलोमीटर में फैला है. यह पेड़ों के तनों और लकड़ियों से भरा हुआ है. दरअसल, मैकेंजी नदी के आसपास मौजूद जंगलों से ये पेड़ नदी में बहकर आ जाते हैं. ऐसे में जहां-जहां नदी मुड़ती है, वहां ये रुकने लगते हैं. साथ ही नदी की डेल्टा में भी ये इकठ्ठा होकर लॉगजाम बना लेते हैं.
कितना कार्बन है मौजूद?
ये लट्ठे सदियों पहले सूखकर नदी में गिरे होंगे. इस जगह दूर-दूर तक सिर्फ लकड़ियां ही दिखाई देती हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि इन लट्ठों में 34 लाख टन कार्बन है. यह जलवायु परिवर्तन के लिहाज से भी काफी खतरनाक है. इससे कार्बन पूल का निर्माण हो सकता है. इसे ऐसे समझें कि 25 लाख कारें एक साल में कितना कार्बन निकालेंगी, इतना इस लॉगजाम में हो सकता है.
हजारों साल पुराने हो सकते हैं लट्ठे
यूनिवर्सिटी ऑफ लौसेन की वैज्ञानिक वर्जीनिया रुइज विलैनुएवा का कहना है अभी सिर्फ कार्बन के प्रवाह को लेकर शोध की गई है, लॉगजाम यानी लकड़ी पर शोध होनी अभी बाकी है. इसपर भी तेजी से काम हो रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, आर्कटिक में तापमान बहुत कम रहता है और मौसम में नमी बहुत कम है, किसे में लकड़ी के लट्ठे यहां लंबे वक्त तक सुरक्षित रहते हैं. ऐसे में यहां से अलग-अलग समय के लट्ठे आसानी से मिल जाएंगे.
अनुमान से ज्यादा हो सकता है कार्बन का भंडार
इस लॉगजाम का साइज लगभग 20 अमेरिकी फुटबॉल ग्राउंड के बराबर है, जिसमें 7,300 टन कार्बन का भंडार है. वैज्ञानिकों का दावा है कि 34 लाख टन कार्बन का अंदाजा सिर्फ आसमान से नजर आ रहे लट्ठों को देखकर लगाया जा रहा है. बहुत सारे लट्ठे पानी के अंदर या मिट्टी में भी दबे हो सकते हैं.
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