Moon Electricity: दुनिया में लाखों जीव है, लेकिन मनुष्य को उन सभी से बेहतर जीव क्यों माना जाता है? इस सवाल का जवाब सभी के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है. कोई बेहतर सोच तो किसी के दिमाग में साइंस द्वारा बताया गया तथ्य घूम सकता है, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि मनुष्य अपनी बौद्धिक क्षमता के दम पर दूसरे ग्रह पर कब्जा करने की तैयारी में है. आज दुनिया के लगभग देश खुद को स्पेस पावर बनाने में लगे हुए हैं. हाल ही में भारत ने चंद्रमा से जानकारी जुटाने के लिए चंद्रयान-3 को भेजा है. इन सभी खबरों के बीच वैज्ञानिकों ने एक ऐसी चीज खोज निकाली है, जिसका कुछ ग्राम कई गांव की जरूरत के हिसाब से बिजली पैदा कर सकता है. वो भी धरती पर नहीं चंद्रमा पर. आइए समझते हैं.


चांद पर बनेगा पावर हाउस?


चीन के वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में हैरानी करने वाला दावा किया है. दरअसल, पिछले साल यानि 2022 में चीन का स्पेसक्राफ्ट Change चांद की सतह से मिट्टी लाया था. जिसे लैब में वैज्ञानिकों द्वारा टेस्क किया गया. साइंटिस्ट ने रिसर्च में पाया कि उस मिट्टी के कण में हिलियम-3 मौजूद है. हिलियम को पृथ्वी पर मौजूद सबसे अधिक कीमत है. इसके 1 ग्राम से 165 मेगावॉट आवर्स की बिजली पैदा की जा सकती है. 30 टन में तो पूरे देश में बिजली की आपूर्ति की जा सकती है. एक किलो हिलिमय-3 को खरीदने में करीब 1.5 मिलियन डॉलर का खर्च आता है.


भारत को मिल सकती है बड़ी कामयाबी


चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद पर 1.1 मिलियन टन के करीब हिलियम-3 के होने की संभावना है, जिससे अगर बिजली पैदा की जाए तो पूरी दुनिया की अगले 10,000 साल तक की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकता है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिया ने चंद्रमा के जिस साउथ पोल पर अपना यान भेजा है, वहां सबसे अधिक हिलियम 3 होने का अनुमान है.


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