ये है गिरगिट की तरह रंग बदलने वाली जहरीली मछली, पत्थर से लेकर घास का रुप ले लेती है
यह मछली समुद्र की गहराईयों में रहती है और रात के समय शिकार करती है. वह पहले एक जगह छुपकर कर शिकार के पास आने का इंतजार करती है और पास आते ही उसपर तेजी से हमला करके झपट कर उसे खा जाती है.

Colour Changing Fish: दुनिया में अलग-अलग तरह के जीव पाए जाते हैं. किसी को अपनी तेज रफ्तार से पहचान मिली हुई है तो किसी को अपने बाहुबल से. इसी तरह गिरगिट को रंग बदलने की खूबी के कारण जाना जाता है. अपनी इस खूबी के कारण ही गिरगिट काफी लोकप्रिय हैं. खतरा महसूस करने पर या अपने शिकार को झांसा देने के लिए गिरगिट अपना रंग बदल.लेता है. लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल गिरगिट ही रंग बदल सकता है. दुनिया में एक खास प्रजाति की मछली भी गिरगिट की ही तरह रंग बदलने में माहिर है. हालांकि, इस प्रजाति मछली काफी दुर्लभ होती हैं. इस मछली की खोज भारत में पहली बार हुई है. इस मछली को सेंट्रल मरीन फिशरीज इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने मन्नार की खाड़ी में खोजा है. आइए जानते हैं इस अनोखी मछली के बार में...
गिरगिट की तरह रंग बदलती है मछली
हम बात कर रहे हैं स्कॉर्पियन फिश की. इस मछली का वैज्ञानिक नाम स्कॉर्पिनोस्पिसिस नेगलेक्टा है. सेंट्रल मरीन फिशरीज इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक डॉ. जेयाबास्करन ने बताया कि जब उन्होंने इसे पहली बार देखा तो यह मछली घास में छिपी हुई थी. देखने पर उन्हें पता ही नहीं चल रहा था कि वो कोई मछली है या पत्थर का छोटा टुकड़ा है. लेकिन कुछ चार सेकंड के बाद ही उसने अपने शरीर का रंग बदल कर काला कर लिया, तब उन्हे समझ में आया कि यह तो दुर्लभ स्कॉर्पियन फिश है.
जहर से होता है भयानक दर्द
स्कॉर्पियन फिश अपना रंग शिकार करते समय या शिकारियों से बचने के समय ही बदलती है. रंग बदलने में माहिर स्कॉर्पियन फिश बहुत ही जहरीली होती है. जहर इसकी रीढ़ की हड्डी में भरा हुआ होता है. इस मछली को पकड़ने में बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है, क्योंकि यह पलक झकपते ही जहर उड़ेल देती है. स्कॉर्पियन फिश का जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है, जो अगर आपके शरीर में चला जाए तो आपको भयानक दर्द होगा.
वैज्ञानिकों के अनुसार, स्कॉर्पियन फिश समुद्र की गहराईयों में रहती है और रात के समय शिकार करती है. वह पहले एक जगह छुपकर कर शिकार के पास आने का इंतजार करती है और पास आते ही उसपर तेजी से हमला करके झपट कर उसे खा जाती है.
यह भी पढ़ें -
क्या सभी समुद्रों का पानी नमकीन है या किसी का मीठा भी है? बहुत कम लोग जानते हैं ये बात
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
