इस झील में छिपा है पृथ्वी पर जीवन होने का राज, वैज्ञानिकों ने क्या किया ये चौंकाने वाला दावा
पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत को लेकर सालों से वैज्ञानिक अलग-अलग दावे करते हैं. हालांकि अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है.नए रिसर्च में दावा किया जा रहा है कि जीवन की शुरुआत के संकेत कनाडा से मिल रहे.
![इस झील में छिपा है पृथ्वी पर जीवन होने का राज, वैज्ञानिकों ने क्या किया ये चौंकाने वाला दावा secret of the origin of life on Earth is hidden in a Canadian lake know what scientists claimed इस झील में छिपा है पृथ्वी पर जीवन होने का राज, वैज्ञानिकों ने क्या किया ये चौंकाने वाला दावा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/22/8409802d40bad808f23a8208ad1754fd1708546031212906_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
पृथ्वी पर जीवन की शुरूआत कैसे और कब हुई ? इस सवाल के जवाब को लेकर हर जगह एक वैचारिक मतभेद होता रहता है. वैज्ञानिकों से लेकर शास्त्रों तक कहीं भी इसको लेकर कोई पुख्ता जवाब नहीं मिलता है. यही कारण है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक लगातार इसको लेकर रिसर्च करते रहते हैं. एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कनाडा की लास्ट चांस लेक से पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत का सुराग मिलता है. आज हम आपको बताएंगे कि वैज्ञानिकों ने पृथ्वी पर जीवन की शुरूआत को लेकर क्या नए दावे किए हैं.
कैसे हुआ जीवन की शुरूआत
वैज्ञानिक ने अपने रिसर्च में कहा है कि 4 अरब साल पहले ज्वालामुखी से जीवन की शुरुआत हुई थी. उस वक्त पृथ्वी पर हुए उथल-पुथल से जो रासायनिक तत्व निकले थे, उससे जैविक स्वरूप मिला था और एक जीव की रचना हुई थी. नेचर में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया की एक उथली झील और नमकीन पानी की झील में ऐसे संकेत मिले हैं, जो बताते हैं कि जीवन की शुरुआत कब हुई थी.
प्रोफेसर ने क्या कहा ?
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कैटलिंग ने कहा कि उनके साथियों को ऐसे हालात मिले है, जिससे वे जीवन की शुरुआत के संकेत हासिल कर सकते हैं. उनका मानना है कि यह जीवन की शुरुआत की जगह हो सकती है. बता दें कि रिसर्च टीम ने 1990 की एक रिपोर्ट के आधार पर यहां अध्ययन शुरू किया था, उस रिसर्च रिपोर्ट में बहुत अधिक फॉस्फेट पाने की जानकारी दी गई थी.
लास्ट चांस झील
बता दें कि लास्ट चांस झील केवल केवल एक फुट ही गहरी है. लेकिन इसें बहुत ही अधिक मात्रा में फॉस्फेट मौजूद है. इतना अधिक फॉस्फेट पृथ्वी पर और किसी झील में नहीं है. फॉस्फेट जीवन को कायम रखने वाले मूल पदार्थों का प्रमुख तत्व माना जाता है. आरएनए, डीएनए और यहां तक कि जीवन के सभी स्वरूपों की ऊर्जा के लिए जरूरी अणु एटीपी में भी फॉस्फेट प्रमुख तत्व है. यहां किसी भी दूसरे महासागर या झील की तुलना में फॉस्फेट हजार गुना अधिक था. बता दें कि झील से पानी के नमूने 2021 और 2022 के बीच एकत्र किए गए थे. एक विश्लेषण से पता चला कि फॉस्फेट के अलावा पानी में खनिज डोलोमाइट भी था.
हालांकि लास्ट चांस झील चार अरब साल पुरानी नहीं है. यह केवल 10 हजार साल पुरानी है. लेकिन इससे वैज्ञानिकों को इतना जरूर समझ में आया कि पुरातन पृथ्वी पर माहौल कैसा रहा होगा. शोधकर्ताओं का कहना है कि यह विश्वास करने का हर कारण है कि इस तरह की झील 4 अरब साल पहले बहुत होंगी.
ये भी पढ़ें: दुनिया का सबसे बड़ा सांप, इंसान के सिर के बराबर है उसका मुंह
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)